पाकिस्तान उच्चायोग में सोमवार रात को राष्ट्रीय दिवस समरोह में विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह की शिरकत पर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने इस बाबत ट्विटर पर सिंह की आलोचना की है. तिवारी ने लिखा है कि मोदी सरकार के अन्य मंत्री समारोह में शामिल नहीं हुए, जबकि वीके सिंह इसे अपनी ड्यूटी बता रहे हैं. यह पाकिस्तान के साथ मोदी सरकार की दोहरी नीति को दिखाता है, वहीं कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया है, 'घृणित कत्वर्य, दम बिरयानी'.
If Mr#duty#Disgust is so disgusted with double standards of his govt on Pak he should quit? Other Min in past refused to attend PAK EVENTS!
— Manish Tewari (@ManishTewari) March 24, 2015
Disgust. Duty. Dum Biryani.
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) March 23, 2015
GenVK Singh's Duty&disgust= PM's I join the nation in their outrage against Masarat Alam's release, the centre wasn't taken into confidence.
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) March 23, 2015
Duty and disgust. Good cop vs bad cop. What kind of ministers do we have at the helm? If duty disgusts might as well step down no?
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) March 23, 2015
गौरतलब है कि इस कार्यक्रम में कई अलगाववादी नेताओं ने भी शिरकत की थी. वीके सिंह समारोह में केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, वहीं खुद सिंह भी अपनी इस शिरकत से नाराज दिख रहे हैं. सिंह ने कार्यक्रम से लौटते ही ट्विटर पर एक के बाद एक ट्वीट में कार्यक्रम को लेकर अपनी राय जाहिर की, जिसमें इस ओर उनका 'असंतोष' झलकता है.
#DUTY
A task or action that a person is bound to perform for moral or legal reasons
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) March 23, 2015
#DUTY
The force that binds one morally or legally to one's obligations
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) March 23, 2015
#DUTY
A job or service allocated
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) March 23, 2015
#DISGUST
To sicken or fill with loathing
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) March 23, 2015
#DISGUST
To sicken or fill with loathing
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) March 23, 2015
इस समारोह में उच्चायोग की ओर से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी को भी न्योता दिया गया था. लेकिन दोनों ही समारोह में नहीं पहुंचे. हालांकि कांग्रेस की ओर से मणिशंकर अय्यर ने पार्टी में शिरकत की.दिलचस्प है कि आखिरी ट्वीट में सिंह ने कहा, ‘एक काम या कार्य जो एक व्यक्ति नैतिक या कानूनी कारणों से करने को बाध्य है.'
#DISGUST
To offend the moral sense, principles, or taste of
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) March 23, 2015
उमर ने किया वीके सिंह का बचावHow ridiculous to expect that Gen VK SIngh would not attend the Pak National Day event. It's his job as MOS EA to attend diplomatic events.
— Omar Abdullah (@abdullah_omar) March 23, 2015
अलगाववादियों को भी दावत
बातचीत में हुर्रियत का क्या काम?
पाक नेशनल डे पर अलगाववादी नेताओं के शामिल होने के बीच विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी साफ कर दिया है कि भारत-पाक बातचीत में हुर्रियत या किसी तीसरे पक्ष की कोई जरुरत नहीं है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि विवादित मुद्दों को सुलझाने का एकमात्र रास्ता शामिल समझौते और लाहौर घोषणा पत्र के दायरे में द्विपक्षीय बातचीत है.
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि पाक उच्चायुक्त के साथ हुर्रियत नेताओं की मुलाकात की वजह से बातचीत तोड़ना मूर्खतापूर्ण कदम था. अय्यर ने कहा कि अटलजी के जमाने से हुर्रियत से बातचीत शुरू हुई थी.