पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने जम्मू कश्मीर की उमर अब्दुल्ला सरकार गिराने की साजिश से इनकार किया है. साथ ही उन्होंने सेना की रिपोर्ट लीक होने पर भी सवाल उठाए हैं. जनरल वीके सिंह के बयान के बाद अब सियासत गरमा गई है और उनपर चौतरफा हमला तेज हो गया है.
सनसनीखेज खुलासे के बाद वीके सिंह पर दवाब बढ़ गया है. केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि वीके सिंह को उस राजनेता के नाम का खुलासा करना चाहिए और स्पष्टतौर पर बताएं कि किसे पैसा दिया गया था.
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी वीके सिंह पर साधा निशाना है. दिग्विजय ने कहा-पद पर रहते हुए वीके सिंह क्यों नहीं बोले, रिटायर होने के बाद ही वे क्यों राज खोल रहें हैं.
उधर केंद्रीय मंत्री फारुख अब्दुल्ला ने भी कहा कि वीके सिंह के आरोप बेहद गंभीर है. साथ ही उन्होंने कहा कि वीके सिंह बताएं किसको पैसे दिए. उन्होंने इस मामले में सीबीआई जांच की भी मांग की.
इस मुद्दे ने बीजेपी को यूपीए सरकार पर हमला बोलने का एक और मौका दे दिया है. बीजेपी ने वीके सिंह के बयान के जरिए सरकार पर निशाना साधा और कहा कि जिस आग से कांग्रेस खेल रही है, वो ही उसमें जलेगी.
जनरल वीके सिंह के बचाव में आरएसएस आगे आई है. संध के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य राम माधव ने सरकार को लताड़ लगते हुए कहा कि ऐसे मुद्दे को उठाने के वक्त को ध्यान में रखते हुए यह स्पष्ट है कि सरकार किसी षडयंत्र में लिप्त है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. जनरल वीके सिंह और सेना की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने वाले मुद्दे को सरकार तूल दे रही. राम माधव ने कहा कि मोदी के साथ मंच साझा करने की वजह से वीके सिंह पर ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं.
जनरल ने उमर सरकार का तख्तापलट की खबर को बताया बेतुका
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में तख्तापलट कराने के आरोप को पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह ने बेबुनियाद करार दिया है. पूर्व आर्मी चीफ ने कहा है कि उन्होंने कभी उमर अब्दुल्ला सरकार गिराने की कोशिश नहीं की है. वी के सिंह पर सीक्रेट फंड का इस्तेमाल कर जम्मू कश्मीर सरकार गिराने का आरोप लगा था.
पूर्व सेनाध्यक्ष सिंह ने कहा कि सीक्रेट फंड आर्मी चीफ मैनेज नहीं करते और छोटे-छोटे खर्च की जानकारी भी आर्मी चीफ को नहीं होती.
पूर्व सेनाध्यक्ष वी के सिंह ने सेना की रिपोर्ट लीक होने पर भी सवाल उठाए हैं. वी के सिंह ने कहा कि इस तरह की रिपोर्ट बाहर आने से सेना के मनोबल पर असर पड़ता है. पूर्व आर्मी चीफ के मुताबिक सरकार को सेना के हर काम की जानकारी होती है. वी के सिंह ने कहा कि लोकल यूनिट के काम में जबरन मेरे नाम को जोड़ा गया है. वी के सिंह ने रिपोर्ट लीक होने पर भी सवाल उठाया और इसकी जांच की मांग की.