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रक्षा मंत्री ने बोट मामले को बताया संदिग्ध आतंकी कार्रवाई, तस्कर मामले से इनकार

पोरबंदर बोट मामले पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कोस्ट गार्ड की कार्रवाई को सही समय पर सही कार्रवाई बताया जा है. सोमवार सुबह रक्षा मंत्री ने कहा कि बोट पर सवार लोगों ने जिस तरह आत्महत्या की, जाहिर होता है कि वे आतंकी थे. उन्होंने कहा कि नाव 12 घंटे से निगरानी पर था और जितनी जल्दी हो सका कार्रवाई की गई. नाव का रास्ता सामान्य नहीं था, क्योंकि आम तौर पर समुद्री तस्कर भी व्यस्त रास्तों का इस्तेमाल करते हैं.

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रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर

पोरबंदर बोट मामले पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कोस्ट गार्ड की कार्रवाई को सही समय पर सही कार्रवाई बताया है. सोमवार सुबह रक्षा मंत्री ने कहा कि बोट पर सवार लोगों ने जिस तरह आत्महत्या की, जाहिर होता है कि वे आतंकी थे. उन्होंने कहा कि नाव 12 घंटे से निगरानी पर थी और जितनी जल्दी हो सकी कार्रवाई की गई. नाव का रास्ता सामान्य नहीं था, क्योंकि आम तौर पर समुद्री तस्कर भी व्यस्त रास्तों का इस्तेमाल करते हैं.

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रक्षा संपदा भवन में राष्ट्रीय रक्षा संस्थान की आधारशि‍ला रखने आए मनोहर पर्रिकर ने कहा, 'इंटेलिजेंस इनपुट पर कोस्ट गार्ड ने जो कार्रवाई की, वह सही समय पर सही कार्रवाई है. जिस तरह नाव पर सवार लोगों ने आत्महत्या की, जाहिर होता है कि वे आतंकी थे. आम तौर पर ड्रग्स ले जा रहे तस्कर भी ऐसी परिस्थ‍िति में सरेंडर कर देते हैं.'

रक्षा मंत्री ने कहा कि नाव ने जो समुद्री मार्ग चुना था वह सामान्य नहीं था. तस्कर भी व्यस्त मार्ग चुनते हैं ताकि वह अन्य नाव की भीड़ में घुल मिल सकें. घटना के वक्त तीन बोट होने के सवाल पर मनोहर पर्रिकर ने कहा, 'यह सच है कि वहां दूसरे बोट भी थे, लेकिन वो अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा में थे इसलिए उन पर कार्रवाई नहीं की गई.' मनोहर पर्रिकर ने आशंका जताई की इस पूरी कवायद के पीछे पाकिस्तान की मंशा पेशावर की घटना से सभी का ध्यान हटाने की है.

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गौरतलब है कि 31 दिसंबर को अरब सागर में भारत-पाक समुद्री सीमा के पास विस्फोटकों से भरी एक संदिग्ध बोट में धमाका हुआ. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, यह 26 /11 जैसा आतंकी हमला दोहराने की पाकिस्तानी सेना की साजिश है. पाकिस्तान की ओर से घुसी बोट पर सवार लोग कराची और थाईलैंड में बैठे लोगों के लगातार संपर्क में थे. उनकी इस बातचीत को एजेंसियों ने रिकॉर्ड कर लिया, जिससे पाकिस्तानी सेना की साजिश का खुलासा हुआ.

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