दिल्ली में बिजली की मांग एक बार फिर पांच हजार मेगावाट का आंकड़ा पार कर चुकी है. मांग के मुकाबले 20 फीसदी बिजली कम मुहैया है और कई इलाके घंटों बिजली कटौती झेल रहे हैं. इससे पूर्वी दिल्ली के कुछ इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.
भीषण गर्मी में बिजली कटौती दिल्ली वालों की तकलीफ को और बढ़ा रही है. वीकेंड पर डिमांड 4482 मेगावॉट रही तो हफ्ते के पहले दिन डिमांड फिर 5000 मेगावाट का आंकड़ा पार कर गई. सप्लाई के मुकाबले डिमांड 850 मेगावॉट ज्यादा रही. दिल्ली के कृष्णा नगर इलाके में लोग घंटों कटौती से परेशान हो गए. कृष्णा नगर से बीजेपी के विधायक हर्षवर्धन का कहना है कि ये सरकार की सोची समझी चाल है.
हर्षवर्धन ने कहा, ‘मुख्यमंत्री जी ने विधानसभा में ज़ोर-शोर से दम भरे बिजली देने के लेकिन उसी दिन से कटौती शुरू हो गई है मुझे तो लगता है कि बीजेपी एमएमए के इलाके में जानबूझकर बिजली काटी जा रही है ताकी लोग उसे कोसे.’
जून के शुरुआती दिनों में ही जब बिजली का ये हाल है तो आने वाले दिनों में स्थिति किस तरह और बिगड़ने वाली है इसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है.