मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी के सामने पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल पेश हो गए हैं. उनका बयान दर्ज किया जा रहा है. ईडी दफ्तर में उनके साथ वकील भी हैं. ईडी ने शनिवार को दूसरी बार समन भेजा था. इस समन में ईडी ने उन्हें 10 या 11 जून को पेश होने के लिए कहा था. एयर इंडिया में हुए कथित करोड़ों रुपए के घोटाले मामले में गिरफ्तार किए गए लॉबिस्ट दीपक तलवार के खुलासों और एजेंसी की ओर से जुटाए गए सुबूतों के आधार पर पटेल से पूछताछ हो रही है.
इससे पहले प्रफुल्ल पटेल 6 जून को ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे और एयर इंडिया के फायदे वाले मार्गों पर सीट-शेयरिंग में हुई अनियमतिता की जांच के मामले में दूसरी तारीख देने का आग्रह किया था. यह मामला कथित रूप से कॉरपोरेट लॉबीस्ट दीपक तलवार से जुड़ा हुआ है. 1 जून को, ईडी ने पटेल को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत पूछताछ के लिए खुद के समक्ष पेश होने के लिए कहा था.
एजेंसी ने तत्कालीन नागरिक उड्डयन सचिव और समझौतो की प्रक्रिया और इसे अंतिम रूप देने में संलिप्त अधिकारियों के बयानों को रिकॉर्ड किया था. जब एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस का विलय हुआ था, पटेल संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन(यूपीए) सरकार में नागरिक उड्ययन मंत्री थे. पटेल ने मामले में किसी भी तरह के गलत काम से इनकार किया है.
तलवार को मामले में उसकी संदिग्ध भूमिका के लिए संयुक्त अरब अमीरात से भारत प्रत्यर्पित किया गया था. वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है. ईडी एयर इंडिया-इंडियन एयरलाइंस के विलय, बोइंग और एयरबस से 70,000 करोड़ रुपए में 111 विमानों की खरीद, निजी विमानों के लिए फायदा पहुंचाने वाले मार्गों को आवंटित करने और विदेश निवेश से प्रशिक्षण संस्थानों के खोलने के मामले की जांच कर रहा है. एजेंसी यह भी जांच कर रही है कि तलवार के खाते में प्राप्त धन को कैसे नागरिक उड्डयन मंत्रालय समेत सरकारी कर्मचारियों को ट्रांसफर किया गया.