वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने गुरुवार को भरोसा जताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 8.75 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर हासिल करेगी. आर्थिक सर्वें में आर्थिक वृद्धि साढे आठ से पौने नौ प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है.
नई दिल्ली में भारत-जर्मनी औद्योगिक एवं आर्थिक सहयोग विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुखर्जी ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक हम आर्थिक सर्वेक्षण में जताए गए 8.5 से 8.75 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को पार कर जाएंगे.’
वैश्विक आर्थिक संकट के चलते वर्ष 2008-09 में आर्थिक वृद्धि दर घटकर 6.7 प्रतिशत पर आ गई जो इससे पिछले तीन वर्षों में औसतन नौ प्रतिशत थी. वैश्विक संकट के असर से अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए सरकार ने कई प्रोत्साहन पैकेज पेश किए थे जिससे बीते वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर बढ़कर 7.4 प्रतिशत रही.
चालू वित्त वर्ष की प्रथम तिमाही की आर्थिक वृद्धि 8.8 प्रतिशत रही. सरकार द्वारा बजट में उत्पाद शुल्क में रियायत वापस ले कर इसे पुन: आठ प्रतिशत से बढा कर 10 प्रतिशत किए जाने के मद्दे नजर प्रथम तिमाही की वृद्धि को उत्साहजन बताया जा रहा है.