अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर एक्शनएड इंडिया के 'बेटी जिंदाबाद अभियान' के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलकर उन्हें बेटी जिंदाबाद पोस्टकार्ड सौंपा. बधाई देते हुए राष्ट्रपति ने भी कहा, बेटी जिंदाबाद.
राष्ट्रपति से मिलने पहुंचीं अभियान से जुड़ी मध्य प्रदेश के मुरैना के 'जागो सखी' संगठन के किशोरी मंच की सदस्य कुसुम कुशवाहा ने कहा कि मैं खुश किस्मत हूं कि मेरे माता-पिता ने मुझे इस दुनिया में आने दिया. आज वे मुझे पढ़ने, खेलने-कूदने, सबकी आजादी देते हैं, पर मुरैना और धौलपुर के जिन गांवों में हमारे बाबा-दादी और नाना-नानी रहते हैं, वहां अब भी बेटों को ज्यादा तवज्जो दी जाती है, वहां अब भी यही सोच कायम है कि बेटे, बेटियों से ज्यादा जरूरी हैं.
उन्होंने कहा कि हमने जागो सखी संगठन और किशोरी मंच बनाकर इस भेदभाव के खिलाफ काम करना शुरू किया है. हम अपनी बात जब ग्राम सभा में रखते हैं तो लोग हमें गौर से सुनते हैं. राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान कुसुम ने प्रणव मुखर्जी से आग्रह किया कि राष्ट्रपति होने के नाते वह संसद में महिलाओं की संख्या बढ़ाने की दिशा में पहल करें, ताकि महिलाओं की आवाज गांव की पंचायत के साथ-साथ देश की पंचायत में भी जोरदार तरीके से गूंजे.
राष्ट्रपति को सौंपे गए पोस्टकार्ड में देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों के हस्ताक्षर हैं और लिंग आधारित गर्भपात रोकने के लिए सख्त कार्रवाई के प्रावधान करने की अपील की गई है.
प्रतिनिधिमंडल में कुसुम सहित एक्शनएड इंडिया की कार्यक्रम एवं नीति निदेशक सहजो सिंह, कार्यक्रम अधिकारी वर्षा चक्रवर्ती, गुरजीत कौर, स्मिता खानिजो और राष्ट्रीय पीसीपीएनडीटी निगरानी समिति की सदस्य आशा शिकरवार भी शामिल थीं.