वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भारत के मुख्य न्यायाधीश से तीन याचिकाओं की जल्द सुनवाई करने की अपील की है. इनमें पहली याचिका सिगरेट की खुली बिक्री पर प्रतिबंध से जुड़ी है. मुख्य न्यायाधीश एच एल दत्तू ने इस याचिका पर सुनवाई करने से खुद को अलग कर लिया है.
बताया जा रहा है कि इसके पीछे यह वजह हो सकती है कि दत्तू खुद धूम्रपान करते हैं. लिहाजा दत्तू ने प्रशांत भूषण से कहा है कि वह इस मामले को किसी और बेंच के समक्ष पेश करें.
AAP नेता प्रशांत भूषण ने अपनी दूसरी याचिका में 4जी स्पेक्ट्रम आवंटन में सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने याचिका में आरोप लगाया है कि आवंटन में घोटाला किया गया. सीएजी ने भी इस घोटाले की वजह से सरकारी खजाने को 25 हजार करोड़ के नुकसान की बात कही है. हालांकि कोर्ट इस मामले पर जल्दी सुनवाई नहीं करने जा रहा. मामले पर 10 मार्च को सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार कोर्ट में सुनवाई होगी.
तीसरी याचिका विदेशी मुद्रा घोटाले के बारे में है. मामले में ओडिशा हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे, लेकिन पूर्व चीफ जस्टिस बालकृष्णन ने हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी थी.