प्रशांत भूषण समर्थक और विरोधियों के बीच पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर झड़प हुई जहां पुलिस मूकदर्शक बनी सब देखती रही.
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गौरतलब है कि बुधवार को प्रशांत भूषण के चैम्बर में घूसकर तीन लोगों ने उनसे मारपीट की थी गुरुवार को उन तीनों की कोर्ट में पेशी थी. पेशी के बाद तीनों को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
अधिवक्ता प्रशांत भूषण के समर्थन में पटियाला अदालत परिसर के बाहर इकट्ठा हुए अन्ना हज़ारे पक्ष के सदस्यों पर दक्षिणपंथी संगठन श्रीराम सेना से जुड़े कार्यकर्ताओं के एक समूह ने हमला कर दिया.यह घटना अपराह्न करीब पांच बजे अदालत परिसर के द्वार क्रमांक दो के बाहर हुई जब हज़ारे के आंदोलन के स्वयंसेवकों ने हज़ारे तथा भूषण के खिलाफ श्रीरामसेना के कार्यकर्ताओं की नारेबाजी पर आपत्ति जतायी.
भूषण पर बुधवार को उच्चतम न्यायालय में वकीलों के चैम्बर में इसी संगठन के तीन युवकों ने हमला किया था. उन्हें गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया गया और एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
अदालत में सुनवाई के दौरान दोनों ही पक्षों के लोग वहां मौजूद थे.
श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं की नारेबाजी पर हज़ारे समर्थकों के आपत्ति जताने के बाद दोनों पक्षों के बीच बहस हो गयी.
इसके तुरंत बाद श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं ने हज़ारे के पांच में से दो समर्थकों से मारपीट शुरू कर दी. हज़ारे के इन दो समर्थकों की पहचान मोहम्मद सूफी और राज कुमार के रूप में हुई है. इन्हें बाद में पुलिस राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गयी.
हज़ारे के एक समर्थक पर श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं ने मुंह पर प्रहार किया और उसे घसीट कर ले गये. ये कार्यकर्ता मांग कर रहे थे कि हज़ारे जम्मू कश्मीर पर अपना रुख स्पष्ट करें.
कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि भूषण पर इसलिये हमला किया गया क्योंकि वह कश्मीर में जनमत संग्रह कराने का पक्ष ले रहे थे.