विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महासचिव प्रवीण तोगड़िया सोमवार को 2002 के दंगों की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) के समक्ष पेश हुए.
तोगड़िया लगभग 11 बजे पुराने सचिवालय के ब्लॉक 11 स्थित एसआईटी के कार्यालय में पहुंचे. उनके साथ विहिप के बहुत से कार्यकर्ता थे जो ‘जय श्रीराम’ के नारे लगा रहे थे. विहिप नेता के अंदर जाने के बाद कुछ साधु कार्यालय के बाहर लॉन में एकत्र हुए और उन्होंने भजन गाए.
एसआईटी कार्यालय पहुंचने से पहले तोगड़िया दो मंदिरों अहमदाबाद के महालक्ष्मी मंदिर और गांधीनगर के पंचदेव मंदिर गए. जाकिया जाफरी की शिकायत पर तोगड़िया को एसआईटी ने 19 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया था. वह हालांकि तब एसआईटी के सामने पेश नहीं हुए थे.
जाकिया 28 फरवरी 2002 को गुलबर्ग सोसायटी में मारे गए पूर्व सांसद एहसान जाफरी की पत्नी हैं. इस दंगे में 69 लोग मारे गए थे. तोगड़िया ने विहिप मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा ‘कई बार आग्रह किए जाने के बावजूद मुझे यह नहीं पता चला कि शिकायत किस बारे में है मुझे शिकायत की प्रति नहीं दी गई.’
उन्होंने कहा ‘चूंकि उच्चतम न्यायालय ने एसआईटी बनाई है और शिकायत की जांच करने को कहा है इसीलिए मैं वहां जा रहा हूं क्योंकि मैं शीर्ष अदालत का सम्मान करता हूं.’ तोगड़िया (53) ने कहा ‘अपने देश में हिन्दू होना एक अपराध हो गया है.’ विहिप नेता ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का भी जिक्र किया जिसे फांसी की सजा सुनाई गई है.