अपने बड़े भाई और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रमोद महाजन की हत्या के दोषी प्रवीण महाजन की लगभग तीन महीने तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद बुधवार को ठाणे में मौत हो गई. मस्तिष्क में रक्तस्राव के बाद 50 वर्षीय प्रवीण को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
वह गत 11 दिसंबर से ज्यूपिटर अस्पताल में जीवनरक्षक प्रणाली पर थे. शरीर के कई अंगों के काम बंद कर देने मस्तिष्क में अत्यधिक रक्तस्राव और संक्रमण उनकी मौत का कारण बने. ज्यूपिटर अस्पताल के डा. रवींद्र घावत ने संवाददाताओं को बताया ‘पिछले 48 घंटों से प्रवीण की हालत लगातार बिगड़ रही थी और उनका रक्तचाप गिर रहा था तथा उनके लिए अधिक से अधिक जीवनरक्षक कदम उठाए जा रहे थे.’
उन्होंने कहा ‘हम पुलिस और जेल अधिकारियों से परामर्श कर रहे हैं कि मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने के बाद उनका शव परिवार को सौंपा जाए या फिर पुलिस को.’ प्रवीण के परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे कपिल तथा वैशाली हैं. 22 अप्रैल 2006 को प्रवीण ने अपने बड़े भाई तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रमोद महाजन को उनके वरली स्थित आवास पर गोली मार दी थी और पुलिस थाने में जाकर समर्पण कर दिया था. 18 दिसंबर 2007 को सत्र अदालत ने उन्हें दोषी करार दिया और उम्रकैद की सजा सुनायी.
गत वर्ष नवंबर में उन्हें जेल से विशेष छुट्टी दी गयी थी. जब उनकी 14 दिन की छुट्टी खत्म होने वाली थी, तभी उन्होंने सिरदर्द तथा रक्तचाप की समस्या की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें 11 दिसंबर की रात ठाणे के ज्यूपिटर अस्पताल में भर्ती कराया गया. यह पूछे जाने पर कि क्या प्रवीण के इलाज का खर्च राज्य सरकार उठाएगी ज्यूपिटर अस्पताल की महाप्रबंधक शिल्पा टाटके ने कहा ‘हम मीडिया के साथ वित्तीय मामलों पर चर्चा नहीं कर सकते. इस बारे में परिवार और सरकार से चर्चा की जाएगी.’