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प्रेम शुक्ला का शि‍वसेना और 'सामना दोपहर' के संपादक पद से इस्तीफा

गुरुवार को प्रेम शुक्ला ने शि‍वसेना और उसके मुखपत्र में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया और इस बाबत पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को पत्र भेज दिया है.

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प्रेम शुक्ला
प्रेम शुक्ला

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साल 2015 के आखि‍री दिन महाराष्ट्र में सत्ता में शामिल शिवसेना को गहरा झटका लगा है. पार्टी के मुखपत्र 'सामना दोपहर' के संपादक प्रेम शुक्ला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बताया जाता है कि उन्होंने शि‍वसेना से भी नाता तोड़ लिया है.

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को प्रेम शुक्ला ने शि‍वसेना और उसके मुखपत्र में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया और इस बाबत पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को पत्र भेज दिया. समझा जाता है कि शुक्ला लंबे समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे. हालांकि, खबर यह भी है कि वह राज्य की सत्ता में शि‍वसेना की सहयोगी पार्टी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं.

कभी मोदी के बाप तक पहुंच गए थे शुक्ला
गौरतलब है कि बीते साल महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से ठीक एक दिन पहले शुक्ला ने मुखपत्र के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला किया था. उन्होंने नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर 'मतलब निकल गया तो पहचानते नहीं' का आरोप लगाया और एक लंबा आलेख लिखा. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि शिवसेना ने बीजेपी स्‍टाइल में ही लोकसभा चुनावों से पहले दांव मारा होता तो मोदी के बाप दामोदरदास भी बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं दिला पाते.

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प्रेम शुक्‍ला ने 'शर्मिंदा है बीती सदियां, देख इरादा नई सदी का!' शीर्षक के साथ लेख में बीजेपी पर बेईमानी और मौकापरस्‍ती का अरोप लगाया था. शुक्‍ला ने लिखा था, 'शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन क्‍यों टूटा? इस सवाल का सटीक जवाब बीजेपी के चोटी के किसी नेता के पास नहीं है. जिन गोपीनाथ मुंडे की दुहाई नरेंद्र मोदी महाराष्‍ट्र आकर दे रहे हैं उनका वचन भंग करने का काम भी नमो टीम ने ही किया है.'

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