करगिल विजय दिवस के आज 20 साल पूरे हो गए हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस मौके पर द्रास मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे. राष्ट्रपति कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शहीदों को याद किया.
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि करगिल विजय दिवस हमारे राष्ट्र के लिए 1999 में करगिल की चोटियों पर अपने सशस्त्र बलों की वीरता का स्मरण करने का दिन है. इस मौके पर हम भारत की रक्षा करने वाले योद्धाओं के धैर्य और शौर्य को नमन करते हैं.
On Kargil Vijay Diwas, a grateful nation acknowledges the gallantry of our Armed Forces on the heights of Kargil in 1999.
We salute the grit and valour of those who defended India, and record our everlasting debt to those who never returned.
Jai Hind! 🇮🇳 #PresidentKovind
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 26, 2019
करिगल विजय दिवस हिंदुस्तान के लिए आज गर्व का दिन है. आज ही के दिन हिंदुस्तान ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ाते हुए घुसपैठियों को करगिल की पहाड़ियों से खदेड़ा था. करगिल युद्ध को 20 साल हो गए हैं.
करगिल दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्रास में वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे. करगिल एक ऐसी जंग थी, जिसमें हिंदुस्तान को पता ही नहीं चला कि दुश्मन कब सिर पर आकर बैठ गए, लेकिन आज 20 साल बाद कहानी बिल्कुल बदल चुकी है.
20th #KargilVijayDivas being celebrated at Kargil War Memorial in Dras, Jammu & Kashmir. pic.twitter.com/nFzaJntNRA
— ANI (@ANI) July 26, 2019
करगिल विजय दिवस के मौके पर प्रधांनमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मां भारती के सभी वीर सपूतों का मैं हृदय से वंदन करता हूं. यह दिवस हमें अपने सैनिकों के साहस, शौर्य और समर्पण की याद दिलाता है. इस अवसर पर उन पराक्रमी योद्धाओं को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया.
During the Kargil War in 1999, I had the opportunity to go to Kargil and show solidarity with our brave soldiers.
This was the time when I was working for my Party in J&K as well as Himachal Pradesh.
The visit to Kargil and interactions with soldiers are unforgettable. pic.twitter.com/E5QUgHlTDS
— Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2019
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, करगिल विजय दिवस भारतीय सेना के साहस और शौर्य का प्रतीक है. यह हमारे वीर जवानों का पराक्रम ही था जिसने पाकिस्तानी सेना को करगिल की दुर्गम पहाड़ियों से खदेड़ कर युद्ध में विजय प्राप्त की. भारतीय सेना की यह शौर्यगाथा आज भी हर भारतीय को गौरवान्वित करती है. हमारे वीर जवानों को नमन.
करगिल युद्ध से सबक लेते हुए भारत ने सीमा पर अपनी उन कमियों को दूर कर लिया है जिनका फायदा उठाकर पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों ने भारत की पीठ में छुरा घोंपा था. भारतीय वायु सेना के प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा है कि करगिल युद्ध में सही मायनों में हवाई हमले से ही दुश्मन का मनोबल टूटा था. उन्होंने कहा कि करगिल के बाद पिछले 20 साल में जो कमियां थीं, उन्हें दूर कर लिया है.
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि आज हमारे पास यूएवी और संचार के बेहतर उपकरण हैं. अब पाकिस्तान करगिल जैसी घुसपैठ नहीं कर पाएगा. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हमारे पास राफेल आएगा, एस 400 आएगा. इससे हमारी ताकत और बढ़ेगी.