राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का आज 81वां जन्मदिन है और वह कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे, जिसमें तीन किताबों का विमोचन होगा और नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी द्वारा आयोजित एक अभियान की शुरूआत करेंगे, जिसमें करीब 5000 बच्चे भागीदारी करेंगे.
पश्चिम बंगाल के मिराती में 11 दिसंबर 1935 को जन्मे मुखर्जी सरकार के साथ ही संसद में पांच दशकों से ज्यादा समय तक राष्ट्र की अनुकरणीय सेवा के राजनतिक करियर में 25 जुलाई 2012 को देश के 13 वें राष्ट्रपति बने. मुखर्जी सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘100 मिलियन फोर 100 मिलियन कैंपेन’ का आगाज करेंगे जिसमें करीब 5000 बच्चे हिस्सा लेंगे. अभियान का मकसद अगले पांच साल में बाल श्रम, बाल दासता, बच्चों के खिलाफ हिंसा खत्म करने और हर बच्चे के सुरक्षित, मुक्त और शिक्षित होने के अधिकार को बढ़ावा देने के लिए दुनिया भर में 10 करोड़ वंचित बच्चों के लिए 10 करोड़ युवाओं और बच्चों को गोलबंद करना है.
राष्ट्रपति तीन किताबें-‘राष्ट्रपति भवन: फ्रॉम राज टू स्वराज’, ‘लाइफ एट राष्ट्रपति भवन’ और ‘इंद्रधनुष वोल्यूम दो’ का विमोचन करेंगे. राष्ट्रपति की मौजूदगी में देश के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तीनों किताबों का विमोचन करेंगे.
परिसर के मार्बल हॉल में राष्ट्रपति भवन के कालीन एवं प्राचीन कसीदागारी के संग्रहालय का मुखर्जी उद्घाटन करेंगे. इसमें जरदोजी से सजी छतरियां, दरियां आदि शामिल होंगी जो 1900 से शुरूआती काल की हैं. इसके एक भाग में सन् 1911 में आयोजित किए गए सम्राट जार्ज षष्टम के दरबार के लिये तैयार की गयी लाल कसीदाकारी वाली छतरियां भी शामिल होंगी. संग्रहालय के निचले तल पर बौद्व कला, पेटिंग, नक्काशियों और विभिन्न राष्ट्रपति को दिए गए तोहफों का प्रदर्शन होगा.