राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने आज सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से उड़ान भर कर इतिहास रच दिया. इस उपलब्धि के बाद प्रतिभा अब लड़ाकू विमान में उड़ान भरने वाली किसी भी देश की पहली महिला राष्ट्राध्यक्ष बन गई हैं.
चौहत्तर वर्षीय प्रतिभा ने किसी भी युद्धक विमान में 30 मिनट की यात्रा करने वाली सबसे उम्रदराज महिला का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है. विमान की गति सुपरसोनिक स्तर के करीब थी.
पुणे स्थित वायुसैनिक अड्डे से उड़ान भरने के पूर्व आत्मविश्वास से लबरेज प्रतिभा कॉकपिट में सह-पायलट की सीट पर बैठीं. उन्होंने सेना के 30 स्क्वॉड्रन से जुड़े सुखोई में उड़ान शुरू करने के पूर्व अड्डे पर मौजूद लोगों को देख कर हाथ हिलाया.
राष्ट्रपति ने इस उड़ान के लिए विशेष ‘जी-सूट’ पहना, जो लड़ाकू पायलट पहनते हैं. यह सूट अत्यधिक गति के दौरान गुरुत्वाकषर्ण विरोधी प्रभाव से बचाता है.
उड़ान को उनके हिसाब से तय किया गया था. विमान को विंग कमांडर एस साजन ने 0.9 माच की सबसोनिक गति से उड़ाया, जो 1,000 किमी प्रति घंटा की गति से थोड़ी कम थी. सुपरसोनिक गति का स्तर एक माच (1,236 किमी प्रति घंटा) से शुरू होता है.
विमान की उड़ान को इस तरह तय किया गया था कि सशस्त्र बलों की सुप्रीम कमांडर प्रतिभा को उस समय कोई भी असुविधा न महसूस हो. पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने भी 2006 में सुखोई-30 में उड़ान भरी थी.