राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति बनाने के लिए विपक्ष अब चेन्नई का रुख कर रहा है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में विपक्षी खेमा 3 जून को करुणानिधि के जन्मदिन पर चेन्नई में कई बैठकें करेगा.
आने वाले राष्ट्रपति चुनाव और 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन का खाका तैयार करने में विपक्षी दल जुटे हुए हैं. 3 जून को डीएमके सुप्रीमो करुणानिधि के जन्मदिन पर सभी नेता चेन्नई पहुंच कर करुणानिधि को न सिर्फ जन्मदिन की बधाई देंगे, बल्कि वहां पर विपक्ष की रणनीति भी तैयार करेंगे.
पिछले डेढ़ महीने से विपक्षी खेमे के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और राष्ट्रपति चुनावों के उम्मीदवार और रणनीति पर चर्चा की.
कहा जा रहा है कि अब चेन्नई में होने वाली बैठकों के दौरान विपक्षी पार्टियां इसे अंतिम रूप देंगी कि उनका राष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार कौन होगा और उनकी इस पूरे मसले को लेकर रणनीति क्या होगी?
इसके साथ-साथ विपक्षी पार्टियां 2019 के महागठबंधन पर भी चर्चा करेंगी. संसद के मानसून सत्र में कौन-से मुद्दे उठाए जाएं और किस तरह से सरकार को घेरा जाए, यह भी विपक्षी दलों के नेता बातचीत करके तय करेंगे.
सूत्रों का कहना है कि कश्मीर कॉनक्लेव और सरकार के द्वारा ईडी, इनकम टैक्स के जरिए विपक्षी नेताओं को घेरने जैसे और किन मुद्दों को लेकर देशभर में एक जनआंदोलन छेड़ा जाए, इस पर भी चर्चा विस्तार से की जाएगी.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल जुलाई 2017 में खत्म होने वाला है. इससे पहले नए राष्ट्रपति को लेकर राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं. जहां बीजेपी अपने प्रत्याशी का चुनाव करने को लेकर माथापच्ची कर रही है, वहीं एकजुट विपक्ष ऐसे प्रत्याशी की तलाश में है, जिस पर सभी दलों में आम सहमति हो.
बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की लिस्ट में झारखंड की गवर्नर द्रौपदी मुर्मू के अलावा लालकृष्ण आडवाणी, सुमित्रा महाजन और थावर चंद गहलोत का नाम भी राष्ट्रपति की दौड़ में शामिल है.
वहीं, विपक्षी पार्टियां एक ऐसे प्रत्याशी को राष्ट्रपति चुनाव में उतारने की कोशिश में हैं, जिस पर आम सहमति हो. विपक्ष की ओर से महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी के अलावा फली नरीमन, शरद पवार और शरद यादव के नाम की चर्चा है.