सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लि. (बीएसएनएल) की आमदनी में आ रही गिरावट से चिंतित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कंपनी के शीर्ष अधिकारियों तथा संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ए राजा के साथ बैठक कर सकते हैं और उनसे आय में आ रही कमी की वजह पूछ सकते हैं.
बीएसएनएल की इस वर्ष मुनाफा मात्र 575 करोड़ रुपये
बीएसएनएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दूरसंचार विभाग ने बीएसएनएल से प्रधानमंत्री के साथ बैठक के लिए तैयार रहने को कहा है. सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी ने 2008-09 में मात्र 575 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था. इस दौरान उसकी आय 36,000 करोड़ रुपये रही थी. इससे पूर्व वित्त वर्ष में कंपनी की आमदनी 38,000 करोड़ रुपये तथा शुद्ध मुनाफा 3,000 करोड़ रुपये था.
फिक्सड लाइन में कटौती के कारण घटा मुनाफा
बीएसएनएल का कहना है कि कर्मचारियों के वेतन तथा ग्राहकों द्वारा फिक्स्ड लाइन फोनों को वापस किए जाने की वजह से उसकी आय में गिरावट आ रही है. कंपनी की फिक्स्ड लाइन फोन से आमदनी 21 प्रतिशत घटकर 11,500 करोड़ रुपये रह गई है. पिछले कई वर्षों से कंपनी के लैंडलाइन फोनों को वापस किए जाने की समस्या से जूझ रही है. मोबाइल की लोकप्रियता बढ़ने के साथ प्रतिस्पर्धा में हो रहे इजाफे की वजह से कंपनी ग्राहकों की उम्मीदों के अनुरूप सेवाएं नहीं दे पा रही है. पिछले तीन साल के दौरान 63 लाख लैंडलाइन कनेक्शन वापस किए गए हैं.