आईएनएस कोलकाता को देश को समर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवी मुंबई में छह हजार करोड़ के स्पेशल इकोनॉमिक जोन(एसईजेड) प्रोजेक्ट की शुरुआत की. इस मौके पर मोदी ने कहा कि हमारी कोशिश सरलीकरण की तरफ है. देश को आयात से ज्यादा निर्यात पर ध्यान देना चाहिेए.
मोदी ने कहा, 'निर्माण उद्योग को बढ़ावा देना प्राथमिकता में शामिल होना चाहिए. अगर देश के विकास की गति
को तेज करना है. तो हमें शिक्षा, रोजगार पर ध्यान देना होगा. यह युग विश्व व्यापार का युग है. विश्व व्यापार के इस युग में सामुंद्रिक
व्यापार पर ध्यान देना जरूरी हो गया है.'
बंदरगाहों पर देश के लिए उपयोगी बताते हुए मोदी ने कहा, 'हमनें सागरमाला योजना की शुरुआत
की. कंटेनर का करीब 50 फीसदी व्यापार हिंद महासागर के जरिए होता है. आने वाले दिनों में यह व्यापार निश्चित रूप से बढ़ेगा. भारत के
समुद्र तट पर जो राज्य हैं उसे सागरमाला योजना का लाभ मिले. ऐसी हमारी कोशिश होगी.'
दुनिया के बाकी देशों का उदाहरण देते हुए मोदी ने बताया,' दुनिया में जिन जिन राष्ट्रों का विकास हुआ है उन सभी देशों में यह बात कॉमन है कि वो सभी शहर समुद्र किनारे स्थित होते हैं, ऐसे राज्यों की वजह से ही उस देश का अधिक आर्थिक विकास हुआ है. इसी को देखते हुए भारत में बंदरगाहों के विकास और सागरमाला परियोजना पर ध्यान दिया गया है. अगर हमें विकास करना है तो हमें पोर्ट लेड पर ध्यान देना होगा.
मोदी ने कहा, 'हम
व्यवस्था को विकसित करना चाहते हैं. देश में उत्पादन बढ़े, नौजवानों को रोजगार मिले. इसी के लिए ऐसी एसईजेड परियोजना को शुरू किया
गया है. अगर हम निर्यात पर ध्यान नहीं देंगे तो हम विकास की मुख्यधारा से नहीं जुड़ पाएंगे. राज्य और केंद्र मिलकर इसपर अच्छा काम
कर सकते हैं.'
काम करने के नए तरीकों पर जोर देते हुए मोदी ने कहा, 'इनोवेशन, डिजाइनिंग पर अगर हम काम करें तो हम बेहतर कर
सकते हैं. मुझे आने वाले दिनों में यकीन है कि हम निर्यात की दुनिया पर भी भारत का डंका बजा सकते हैं.' गडकरी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, 'हमारी कोशिश सरलीकरण की तरफ है. इसी के चलते शिपिंग के लिए अब लाइफटाइम शिपिंग का लाइसेंस
दिया जाने लगा है.'
कांग्रेस पर मोदी ने ली चुटकी
कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा, सीएम पृथ्वीराज चव्हाण को इसकी योजना की जरूरत पहले से रही होगी. लेकिन चव्हाण बोल नहीं पाए होंगे.
मैं उनकी चिंता समझ सकता हूं. अक्सर बीमारियों को दूर करने के लिए डॉक्टरों की जरूरत होती है.