भारतीय जनता पार्टी में मतभेद की खबरें आम हैं. रविवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नवाज शरीफ को भारत आने का न्यौता दिया तो सोमवार को इस मुद्दे पर मुख्य विपक्षी पार्टी में दरार की खबरें आ गईं.
दरअसल, पार्टी नेता बलबीर पुंज ने प्रधानमंत्री के इस पहल की निंदा की तो वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न सिन्हा से इस कदम का स्वागत किया.
गौरतलब है कि मनमोहन सिंह ने रविवार को नवाज शरीफ को उनकी जीत पर बधाई देने के लिए बिल्कुल समय नहीं गंवाया और उन्हें परस्पर सुविधाजनक तारीख पर भारत आने का न्यौता भी दिया. इस जीत से शरीफ तीसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनेंगे. चौंकाने वाली बात यह थी कि जब पीएम ने न्यौता दिया उस वक्त पाकिस्तान में मतगणना चल ही रही थी.
पीएम के इस पहल को आड़े हाथों लेते हुए बीजेपी बलबीर पुंज ने कहा, 'प्रधानमंत्री को इंतजार करना चाहिए था. जल्दबाजी में नवाज शरीफ को भारत आने का न्यौता देना गलत फैसला है.'
बलबीर पुंज ने कहा, 'भारत के प्रति पाकिस्तान के रवैये में क्या बदलाव आता है? इसके लिए पीएम को इंतजार करना चाहिए था. नवाज शरीफ के शपथ ग्रहण का इंतजार तो करना ही चाहिए था.'
जहां बलबीर पुंज ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा तो वहीं उन्हीं की पार्टी के शत्रुघ्न सिन्हा अलग सुर में बोलते नजर आए. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने पीएम के इस कदम का स्वागत किया है.
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, 'मैं मनमोहन सिंह के इस फैसले का स्वागत करता हूं. नवाज शरीफ पर विश्वास करने की जरूरत है.' कारगिल युद्ध के आरोपों के बारे में उन्होंने कहा, 'नवाज पहले भी कह चुके हैं कि कारगिल युद्ध के पीछे वहां की सेना का हाथ था. उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी.'
नवाज शरीफ से अपनी दोस्ती के बारे में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, 'नवाज शरीफ मेरे अच्छे मित्र हैं. वह सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति हैं. हमें उनका समर्थन करना चाहिए.'
शत्रुघ्न सिन्हा ने यह भी जानकारी दी कि वह नवाज शरीफ के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पाकिस्तान जाएंगे.