अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में सिर्फ 24 लाख लोग ये स्वीकारते हैं कि उनकी आय सालाना दस लाख से ज्यादा है. क्या ये बात आपके गले उतरती है. नहीं ना. इसे सुनकर कुछ लोग हंसेंगे या कुछ का गुस्सा फूट पड़ेगा.
पढ़ें नए वर्ष की पूर्व संध्या पर अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी के बयान.
1. क्या आपको नहीं लगता कि देश की भलाई के लिए ईमानदारी के आंदोलन को और अधिक ताकत देनी की जरूरत है.
2. भाइयों-बहनों, कानून कानून का काम करेगा. पूरी कठोरता के साथ करेगा.
3. हमारी ये भी प्राथमिकता है कि ईमानदार कैसे सुरक्षित रहे और वो कैसे प्रतिष्ठित रहे.
4. ये सरकार सज्जनों की मित्र है और दुर्जनों को सज्जन बनाने के लिए उपयुक्त वातावरण देगी.
5. पिछले कुछ दिनों की घटनाओं से ये सिद्ध हो गया है कि बेईमानों के लिए आगे का रास्ता अब आसान नहीं.
6. देशवासियों के धैर्य से शुद्धि यज्ञ चला.
7. सवा सौ करोड़ देशवासियों ने तकलीफें झेलकर यह सिद्ध कर दिया है कि हर हिंदुस्तानी के लिए सच्चाई कितनी अहमियत रखती है.
8. आपने मुझे अपना मानकर कई बातें कही हैं.
9. आपका प्यार आशीर्वाद की तरह है.
10. प्रयास ये है कि नववर्ष में बैंकों में सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी.