प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर रेडियो के जरिये देश की जनता से अपने मन की बात कही. मोदी ने इस बार काला धन, स्वच्छता अभियान और नशाखोरी जैसे मसले पर चर्चा की. मोदी ने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार विदेशी बैंकों में जमा काला धन जरूर वापस लाएगी.
काला धन के मसले का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, 'आप अपने प्रधानसेवक का भरोसा कीजिए. भारत के गरीब का जो पैसा बाहर गया है, वो पाई पाई वापस आएगा. यह मेरा वादा है.' उन्होंने कहा, 'काला धन किस तरह वापस आएगा, इसके रास्ते को लेकर मतभेद हो सकते हैं. लेकिन मैं भरोसा दिलाता हूं कि हम सही रास्ते पर हैं.'
पीएम ने कहा, 'यह किसी को नहीं पता कि कितना धन बाहर है. मैं उन आंकड़ों में नहीं उलझना चाहता. लेकिन यह देश के गरीबों का पैसा है जो जरूर वापस आएगा. मेरे प्रयास में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी.'
मोदी ने सबसे पहले खादी की बिक्री का जिक्र किया और कहा कि पिछली बार 'मन की बात' में उनकी अपील के बाद खादी की बिक्री में एक हफ्ते में 125 पर्सेंट की बढ़ोतरी दर्ज की गई. उन्होंने कहा कि देश की जनता हमसे (सरकारों से) कई गुना आगे है. सरकारों को भी अपनी सोच बदलनी होगी.
पीएम ने इसके बाद स्वच्छ भारत अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि सफाई अभियान हमारे लिए चुनौती है. लेकिन सफाई ने जनआंदोलन का रूप ले लिया है. उन्होंने कहा कि इस अभियान का बच्चों पर सबसे ज्यादा असर हुआ है. उन्होंने इस अभियान में मीडिया के काम की भी सराहना की.
उन्होंने सतना, मध्य प्रदेश के एक श्रोता भरत गुप्ता की चिट्ठी का जिक्र करते हुए कहा कि अब लोग ट्रेनों में सफाई पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. गुप्ता ने अपनी चिट्ठी में रेल सफर में सफाई का जिक्र किया था.
मोदी ने विकलांगों की शिक्षा के लिए एचआरडी मंत्रालय की एक खास योजना का जिक्र करते हुए इसकी सराहना की. उन्होंने इस दिवाली पर अपने सियाचिन दौरे का जिक्र करते हुए देश की रक्षा करने वाले जवानों को सलाम किया.
संबोधन के आखिर में पीएम ने हमारी युवा पीढ़ी में नशे का सेवन बहुत तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने इस समस्या से जुड़ी एक चिट्ठी भेजने वाले एक अभिषेक पारिक सहित देश की जनता से वादा किया कि अगली बार वो नशाखोरी और ड्रग्स माफिया के मसले पर चर्चा करेंगे.
फिर बात करने का वादा
मोदी ने वादा किया वो अगले महीने फिर देश की जनता से रेडियो के जरिये बात करने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि जिनके पास फेसबुक, ट्विटर नहीं हैं वे मन की बात के विषय पर अपने सुझाव चिट्ठी में भेज सकते हैं.
मन की बात का प्रसारण आकाशवाणी के सभी चैनलों और दूसरे निजी रेडियो चैनलों पर किया गया. कई लोगों ने सिर्फ मोदी की बात सुनने के लिए ही रेडियो की खरीदारी की है.
मोदी रेडियो के जरिए सीधे संवाद करते हैं. लोग मन की बात के लिए मोदी को आइडियाज भेजते हैं. प्रधानमंत्री ने मन की बात कहने का सिलसिला बीते तीन अक्टूबर को शुरू किया था. पीएम ने कहा है कि बातचीत का ये सिलसिला वो आगे भी जारी रखेंगे. पीएम मोदी ने लोगों से सुशासन और अन्य मुद्दों पर उनके विचार भी मांगे हैं और कहा कि उनमें से कुछ को वो अगले कार्यक्रम में साझा भी करेंगे.