चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शुक्रवार को अनौपचारिक भारत-चीन शिखर सम्मेलन के लिए दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे. तमिलनाडु के चेन्नई एयरपोर्ट पर उतरते ही उनका भव्य स्वागत शुरू हो गया. वे चेन्नई से महाबलीपुरम पहुंचे, जहां पीएम मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
इस दौरान पीएम मोदी पारंपरिक तमिल परिधान 'विष्टी' (सफेद धोती), आधी बांह की सफेद कमीज के साथ ही गमछा कंधे पर रखे नजर आए. वहीं, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग सफेद शर्ट और काली पतलून पहने दिखे.
पीएम मोदी और शी जिनपिंग सबसे पहले महाबलीपुरम में अर्जुन की तपस्या स्थली पहुंचे. अर्जुन महाभारत काल के एक ऐसे पात्र हैं, जिसे सत्ता के अन्याय के खिलाफ भारतीय आध्यात्मिक दर्शन का सबसे दृढ़ लेकिन मानवीय चेहरा माना जाता है. इसी जगह पर अर्जुन ने तपस्या की थी.
चीनी राष्ट्रपति के टूरिस्ट गाइड बने मोदी
इस दौरान पीएम मोदी एक अनुभवी टूरिस्ट गाइड की तरह चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग को बता रहे थे कि कौन सी आकृति अर्जुन की है, कौन सी कृष्ण की और कौन सी युधिष्ठिर और भीम की. ऐसा लग रहा था मानो एक-एक पत्थर की आकृति पीएम मोदी से परिचित थी.
चीनी राष्ट्रपति ने देखा ‘कृष्ण का माखन लड्डू’
पीएम मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को ‘कृष्ण का माखन लड्डू’ के पास लेकर गए. ‘कृष्ण का माखन लड्डू’ एक विशाल पत्थर है, जिसकी ऊंचाई 6 मीटर और चौड़ाई करीब 5 मीटर है. इसका वजन 250 टन है. इसी अनोखे गोल पत्थर को कृष्ण के माखन के गोले के नाम से भी जाना जाता है. यहां पर पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने तस्वीर भी खिंचाई.
पंच रथ और शोर मंदिर भी गए शी जिनपिंग
महाबलीपुरम में पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अर्जुन तपस्या स्थल के अलावा पंच रथ और शोर मंदिर घुमाया. पंच रथ को ठोस चट्टानों को काटकर बनाया गया है. ये सभी अंखड मंदिर के रूप में मुक्त तौर पर खड़े किए गए हैं. पंच रथ के बीच में एक विशाल हाथी और शेर की प्रतिमाएं भी स्थापित हैं.
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को लेकर पीएम मोदी शोर मंदिर पहुंचे. यह मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल है. माना जाता है कि शोर मंदिर सात मंदिरों या सात पैगोडा का हिस्सा है और उनमें से छह समुद्र के नीचे डूबे हुए थे. पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने शोर मंदिर के पास कलाक्षेत्र फाउंडेशन के छात्रों की ओर से आयोजित किए गए लोकनृत्य का भी आनंद लिया.
पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति को दिए गिफ्ट
पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को गिफ्ट में तंजावुर की पेंटिंग (डांसिंग सरस्वती) और नचियारकोइल-ब्रांच अन्नम लैंप दिया. तंजावुर की पेंटिंग में सरस्वती की तस्वीर खींची गई है. इस पेंटिंग को बी लोगनाथन ने तैयार किया है. इसको तैयार करने में 45 दिन का समय लगा. वहीं, नचियारकोइल-ब्रांच अन्नम लैंप को 8 मशहूर कलाकारों ने मिलकर बनाया है. इसको बनाने में 12 दिन का समय लगा.
चीनी राष्ट्रपति के सम्मान में पीएम मोदी ने दिया डिनर
पीएम मोदी ने शी जिनपिंग के सम्मान में शुक्रवार को डिनर रखा. चीनी राष्ट्रपति के लिए साउथ इंडियन थाली परोसी गई. पीएम मोदी ने इस नॉनवेज थाली के लिए विशेष निर्देश दिए थे. डिनर मीनू में राजमा, मालाबार लॉबस्टर, कोरी केम्पू, मटन युलरथियाडु, कुरुवेपिल्लई मीन वरुवल, तंजावुर कोझी करी, बीटरूट जिंजर चॉप, पच सुंडकाई, अरिका कोक्सहंबू, अर्चाविता सांभर, बिरयानी, इंडियन ब्रेड, अड प्रधामन, हलवा, आइसक्रीम, चाय और मसाला चाट जैसे लजीज व्यंजन शामिल रहे. इस तरह चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग और पीएम मोदी की पहले दिन की मुलाकात का अंतिम चरण डिनर के साथ खत्म हुआ.