सत्ता में आने के बाद लगातार विदेश दौरे कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हर जगह कुछ न कुछ खास तोहफा मिल रहा है. हाल ही में मंगोलिया की यात्रा पर उन्हें एक घोड़ा भी तोहफे के रूप में मिल चुका है. उस घोड़े का नाम कंथक है. विदेश यात्राओं के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिछले 10 महीने में 3.11 लाख रुपये मूल्य के 65 तोहफे मिले.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को साल 2010 से जून 2013 तक साढ़े तीन वर्ष की अवधि के दौरान 83.72 लाख रुपये के तोहफे मिले, जिनमें 2010 में उन्हें मिली 20.91 लाख रुपये मूल्य की तलवार, टेबल घड़ी, एक कलम, प्रार्थना करने का कालीन, भगवान पशुपति नाथ की प्रतिमा की प्रतिकृति, सोने से बने बक्से के अलावा 48.93 लाख रुपये के आभूषणों के सेट शामिल हैं.
आरटीआई से मिली ये जानकारी
एक आरटीआई याचिका के तहत विदेश मंत्रालय ने साल 2010 से जून 2013 के बीच उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्रियों, सांसदों एवं सरकारी अधिकारियों को विदेशों में प्राप्त तोहफे का ब्यौरा दिया और जुलाई 2013 से मार्च 2015 तक संबंधित ब्यौरा वेबसाइट पर होने का जिक्र करते हुए लिंक भी जोड़ा है.
आरटीआई के तहत तोहफों के संबंध में दिए लिंक से मिली जानकारी के मुताबिक, 26 मई को सरकार बनने के बाद पिछले 10 महीने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 65 तोहफे प्राप्त हुए. 19 फरवरी 2015 को प्रधानमंत्री मोदी को विदेश यात्रा के दौरान मेजबान देश से सोना और हीरा जड़े कफलिंक तोहफे में मिले जिसकी कीमत 75 हजार रुपये थी. मोदी को दो बार टी सेट तोहफे में मिले. उन्हें कई किताबें भी तोहफे में मिलीं. मोदी को तोहफे में महात्मा बुद्ध की प्रतिमा मिली जिनके संदेश का वह कई विदेश यात्राओं में जिक्र करते रहे हैं.
चार साल में सोनिया को मिले 3.8 लाख के तोहफे
साल 2010 से जून 2013 के बीच यूपीए एवं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को विदेशों में 384200 रुपये मूल्य के तोहफे मिले, जिसमें दो लाख रुपये मूल्य के ब्रेसलेट शामिल हैं. सोनिया गांधी को मिले तोहफे में पशमीना शाल, दरी, लेडीज पर्स, टीसेट, चांदी का फोटोफ्रेम आदि है.
विदेश मंत्री के रूप में सुषमा स्वराज को एनडीए सरकार बनने के बाद से 10 महीने में विदेशों में 4.83 लाख रुपये मूल्य के तोहफे मिले, जिसमें विभिन्न रंगों की कई साड़ियां शामिल हैं. उन्हें साड़ियों के अलावा आभूषण, पेंटिंग, डीनर सेट, कलाई घड़ी, कलम, रेशम का स्कार्फ और अन्य कपड़े, चीनी मिट्टी के बर्तन, फोटोफ्रेम, ‘नाग देवी की पीतल की प्रतिमा’, ‘कांसे की बुद्ध की प्रतिमा’, ड्रैगन की धातु की प्रतिमा, एक एलजी पैड 7.0 चार्जर के साथ, कैंडल स्टैंड आदि शामिल है. 2010 से जून 2013 के बीच की अवधि के दौरान विपक्ष की नेता के तौर पर सुषमा स्वराज को 197850 रुपये मूल्य के तोहफे मिले जब कांग्रेस नीत सरकार थी.
एक साल में सिर्फ 3000 के तोहफे
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को जून 2014 से मार्च 2015 के बीच विदेशों में दो तोहफे मिले जिसमें एक का मूल्य 3000 रुपये बताया गया जबकि दूसरे तोहफे का कोई वाणिज्यिक मूल्य निर्धारित नहीं किया गया. 10 फरवरी 2015 को सोनिया गांधी को दो टेबल घड़ियां मिलीं जिनका वाणिज्यिक मूल्य नहीं निर्धारित किया गया जबकि 15 दिसंबर 2014 को सोनिया गांधी को आभूषण का बक्सा मिला जिसकी कीमत 3000 रुपये बताई गई है.
इस अवधि में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को विदेशों में 13800 रुपये के तोहफे मिले. सरकारी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के तौर पर विदेशों में प्राप्त तोहफे में पांच हजार रुपये से अधिक मूल्य के तोहफे विदेश मंत्रालय के तोशाखाना में जमा करा दिए जाते हैं.
- इनपुट भाषा