नई सरकार, नई सोच, नए तरीके. लगता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस नए फॉमूर्ले के साथ ही आगे बढ़ रहे हैं. लोकसभा चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल करने के बाद नरेंद्र मोदी की नजर अब सीधे तौर पर हरियाणा, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और झारखंड विधानसभा चुनावों पर है. इसी कड़ी में आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनावी राज्यों में नए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करने की योजना बनाई है.
बीते 10 दिनों में तीन राज्यों- महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में आठ परियोजनाओं की शुरुआत हो चुकी है. गुरुवार को प्रधानमंत्री झारखंड और महाराष्ट्र में तीन नई परियोजनाओं को शुरू करने वाले हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय मंत्रियों को इन राज्यों में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के तहत जमीनी परियोजनाओं की पहचान करने और फिर उसे व्यवस्थित करने का दायित्व सौंपा गया है.
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, गेल इंडिया, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन, एनटीपीसी लिमिटेड और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण इन राज्यों में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की सूची को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं ताकि प्रधानमंत्री इनका शिलान्यास कर सकें या इन्हें राष्ट्र को समर्पित कर सकें.
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को मंत्रालयी तालमेल बिठाकर काम करने को कहा गया है. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को मिली जानकारी और निर्देशों के मुताबिक यह समय के आगे चलने की दौड़ है, जिसमें आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले चुनावी राज्यों में परियोजनाओं की पहचान और उनके उद्घाटन तक की बात शामिल है. हालांकि एक तथ्य यह भी है कि इनमें से कई परियोजनाओं की शुरुआत पिछली यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान हुई.
इस पूरी कवायद में शामिल एक अधिकारी के मुताबिक नरेंद्र मोदी 21 अगस्त को झारखंड जाने वाले हैं जहां वह 765केवी के रांची-धर्मजयगढ़-सिपात इंटर रीजनल ट्रांसमिसन लाइन का उद्घाटन करेंगे. इसके साथ ही चतरा में एनटीपीसी के उत्तर करणपुर थर्मल प्रोजेक्ट में काम की शुरुआत भी की जाएगी. मोदी महाराष्ट्र जाने की भी योजना रखते हैं, जहां वह एनटीपीसी के मौदा थर्मल स्टेशन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
हालांकि इसमें व्यवसायिक उत्पादन 2014 के मार्च महीने से ही शुरू कर दिया गया है, जब देश में यूपीए की सरकार थी.