अब निजी कपंनियों के भरोसे रेल मंत्रालय अपनी छवि सुधारने की कोशिश में है. देशभर के 50 रेलवे स्टेशनों की कमान निजी कंपनियों को सौंपी जाएगी. उन्हें इन स्टेशनों की साफ सफाई और मेंटेनेंस का जिम्मा सौंपा जाएगा.
जल्द निकाले जाएंगे टेंडर
रेल मंत्रालय ने सभी 16 जोनों को आदेश जारी किया है कि इस सिलसिले में जल्द से जल्द टेंडरिंग प्रक्रिया शुरू की जाए. हालांकि रेलवे में निजीकरण का
यह कोई पहला कदम नहीं है. इसके पहले पार्सल बुकिंग से लेकर रेल टिकट बुकिंग (यात्री टिकट सुविधा केन्द्र) जैसी योजनाओं के जरिए रेलवे में पीछले
दरवाजे के रास्ते से निजीकरण पहले ही किया जा चुका है. लेकिन स्टेशनों के लिए बाकायदा टेंडर निकाल कर ऐसा करना पहली बार होगा.
मिलेगा 50 रेलवे स्टेशनों का जिम्मा, गाइडलाइन जारी
रेल मंत्रालय ने देश के जिन 50 रेलवे स्टेशनों को चुना है उनमें नई दिल्ली, लुधियाना, मुंबई सेन्ट्रल, बांद्रा, गया, पटना, लखनऊ, कानपुर से लेकर
प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्टेशन को भी शामिल किया गया है. मंत्रालय ने साफ सफाई में निजी भागीदारी के लिए गाइडलाइंस भी जारी
कर दी है. इस गाइडलाइंस के मुताबिक निजी कंपनियो को रेल ट्रैक से लेकर प्लेटफॉर्म, प्रतीक्षालय से लेकर पार्किंग एरिया तक को चमकाने का जिम्मा दिया
जाएगा.
जानी मानी कंपनियों को मिलेगी प्राथमिकता
हालांकि टेक्निकल और फाइनेंशियल बिडिंग के तहत निजी कंपनियों को चुना जाएगा. लेकिन मोदी सरकार के सफाई अभियान को सफल बनाने के लिए
रेलवे जानी-मानी कंपनियों के चयन को प्राथमिकता देगी.
बिगड़ी यात्रियों की तबीयत तो काम आएगा 'स्टैंडर्ड ऑफ प्रोसीजर'
रेल मंत्री सुरेश प्रभू ने रेल यात्रा के दौरान बीमार हुए लोगों या किसी हादसे में घायल हुए लोगो को जल्द से जल्द चिकित्सा मुहैया कराने के लिए स्टैंडर्ड
ऑफ प्रोसीजर बनाने का निर्देश भी रेलवे बोर्ड को दिया है.
दिल्ली मेट्रो की राह पर भारतीय रेल
जिस तरह बिना किराया बढ़ाए पैसे कमाने के लिए डीएमआरसी ने रेल के डब्बों को विज्ञापनों से सजा दिया है. ठीक उसी तरह रेल मंत्रालय भी अपने ट्रेनों
का 'सौंदर्यीकरण' करने की तैयारी में है.
इस बजट सत्र में रेल किराया बढ़ाकर सरकार ने दलील यही पेश की थी कि यात्रियों की सुविधा भी बढ़ेगी. लेकिन बढ़ोतरी हुई तो केवल तत्कालीन रेल मंत्री की संपत्ति में. अब जब टास्क मास्टर मोदी के फेवरेट सुरेश प्रभू के हाथ में जिम्मेदारी है, तो यात्रियों की उम्मीदें वापस पैर पसार रही हैं.