scorecardresearch
 

#MeToo: आज कोर्ट में होगी पहली सुनवाई! अकबर ने प्रिया पर किया केस

अपनी याचिका में एमजे अकबर ने कहा है कि 2016 में प्रधानमंत्री ने उन्हें मंत्री बनाया था. वो मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं. अकबर ने ये भी कहा कि उन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण किताबें लिखीं हैं.

Advertisement
X
विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर (फाइल फोटो: ट्विटर @mjakbar)
विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर (फाइल फोटो: ट्विटर @mjakbar)

Advertisement

#MeToo अभियान के तहत कई महिला पत्रकारों द्वारा यौन शोषण का आरोप झेल रहे विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने पत्रकार प्रिया रमानी पर मानहानी का मुकदमा दर्ज कराया है. इस केस पर आज सुनवाई हो सकती है. अकबर द्वारा केस दर्ज कराने पर प्रिया रमानी ने कहा है कि वो डरा कर लोगों को चुप कराना चाहते हैं.

बता दें कि एमजे अकबर ने सोमवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में प्रिया रमानी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 499 और 500 के तहत आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया है. प्रिया रमानी इस मामले में बयान जारी कर अपनी राय रखी है.

उन्होंने अपने बयान में कहा है कि पिछले दो हफ्तों के उथल-पुथल में विभिन्न पेशों से ताल्लुक रखने वाली कई महिलाएं, पत्रकारों ने संपादकों, लेखकों, बॉलिवुड हस्तियों और अन्य लोगों पर कार्यस्थल पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं. उनकी गवाही धीमी लेकिन बढ़ते महिला सशक्तिकरण और भारत समेत पूरी दुनिया में सोशल मीडिया पर चले #MeToo अभियान का नतीजा है.

Advertisement

अब क्यों उठाई आवाज

रमानी ने कहा कि एमजे अकबर के संबंध में जिस समय इस तरह की घटनाएं हुईं उस समय शिकायत करने वाली महिलाएं उनके लिए कार्य करती थीं. जिन लोगों ने अकबर के खिलाफ बोला है उन्होंने अपने निजी और पेशेवर जीवन में बड़ा जोखिम उठाया है. इस समय यह कहना कि वे लोग अब क्यों बोल रहे हैं धुर्तता है, जैसा कि हम सब जानते हैं यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं को किस तरह से कलंक और बदनामी झेलनी पड़ती है. इन महिलाओं के इरादे पर सवाल उठाने की जगह हमें कार्यस्थल को भविष्य में महिलाओं और पुरुषों के लिए बेहतर बनाने की जरूरत है.

रमानी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री द्वारा सभी आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए नकारना काफी निराशा करने वाला है. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर आपराधिक मानहानी का मुकदमा दायर कर अकबर मे अपना रुख साफ कर दिया है कि: कई महिलाओं द्वारा लगाए गए आरोपों पर बात करने के बजाय, वो डरा कर लोगों को चुप कराना चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि मैं अकबर द्वारा अपने ऊपर लगाए गए मानहानी के आरोपों का सामना करने और लड़ने के लिए तैयार हूं, क्योंकि मेरा एकमात्र बचाव सत्य है. 

अकबर ने दी थी सफाई

Advertisement

अफ्रीकी देशों के दौरे से लौटे विदेश  राज्यमंत्री एमजे अकबर ने रविवार को अपनी सफाई में कहा था कि झूठ के पांव नहीं होते, लेकिन उसमें जहर होता है. वे उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा था कि पत्रकार प्रिया रमानी ने यह कैंपेन एक साल पहले एक पत्रिका में लेख के माध्यम से शुरू किया था. उन्होंने मेरा नाम नहीं लिया क्योंकि वो जानती थीं कि उनकी कहानी गलत है. जब उनसे पूछा गया कि आपने नाम क्यों नहीं लिया तब उन्होंने ट्वीट में लिखा, "नाम कभी नहीं लिया क्योंकि उन्होंने कुछ नहीं किया."

यौन शोषण के खिलाफ एक साल पहले अमेरिका से शुरू हुए #MeToo अभियान ने भारत सिनेमा, इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के साथ राजनीति को भी अपनी चपेट में ले लिया. अब तक बॉलीवुड और मनोरंजन इंडस्ट्री से जुड़ी कई महिलाएं सोशल मीडिया पर सामने आकर यौन शोषण के गुनहगारों का नाम सार्वजनिक कर चुकी हैं.

Advertisement
Advertisement