कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. प्रियंका ने बुधवार सुबह बेरोजगारी के मसले पर ट्वीट किया और लिखा कि सिर्फ विदेश में चंगा-सी बोलने से कुछ नहीं होता है. चंगा सी बोलने वाले एकदम चुप क्यों? कांग्रेस नेता ने इंफोसिस में हो रही छंटनी की खबर को आधार बनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा.
कांग्रेस महासचिव ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘विदेशों में जाकर सब चंगा सी कहने से सब ठीक तो नहीं हो जाएगा. कहीं से भी रोजगार बढ़ने, नए रोजगार पैदा होने की खबर नहीं आ रही. नामी गिरामी कम्पनियों ने लोगों को निकालना शुरू कर दिया है. चंगा सी बोलने वाले हैं एकदम चुप सी. क्यों?’
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिका दौरे में डोनाल्ड ट्रंप के साथ ह्यूस्टन में एक सभा को संबोधित किया था, तब पीएम मोदी ने वहां कहा था कि भारत में सब चंगा सी!
नकवी बोले- प्रियंका गांधी को नहीं जमीनी हकीकत की जानकारी
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पलटवार करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी का ज्ञान अधूरा है, उन्हें ज़मीनी हकीकत की कोई जानकारी नहीं है. नकवी ने कहा कि प्रियंका को जो बता दिया जाता है, वो कह देती हैं. मुख्तार अब्बास नकली ने कहा कि मैं प्रियंका गांधी से इतना कहना चाहता हूं कि वो अपने दस साल के शासनकाल को भी याद करें. जब इनकी सरकार की नीतियो के कारण खाद्य वस्तुएं बाज़ार से गायब हो जाती थीं और लोग सड़कों पर प्रदर्शन करते थे.
बता दें बीते दिनों खबर आई थी कि देश की दिग्गज IT कंपनी इंफोसिस बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी कर रही है. कंपनी की ओर से उन लोगों पर ये गाज गिर सकती है, जिनकी सैलरी काफी ज्यादा है. इस अनुसार JL6 लेवल के 2200 कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है.
गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा लगातार ट्वीट के जरिए मोदी सरकार पर निशाना साध रही हैं. इससे पहले भी उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था.
क्यों निशाने पर है मोदी सरकार?
रोजगार और अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर केंद्र सरकार को बीते दिनों में बुरी खबर ही मिली है, फिर चाहे GDP का गिरना हो, कोर सेक्टर की ग्रोथ का नीचे आना हो. सिर्फ इंफोसिस ही नहीं बीते दिनों देश की अन्य बड़ी कंपनियों, सेक्टर से भी छंटनी की खबर सामने आई थी.
एक तरफ प्रियंका गांधी सोशल मीडिया के जरिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों ले रही है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी विपक्षी पार्टियों को साथ लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है. कांग्रेस अर्थव्यवस्था और रोजगार के मसले पर देशव्यापी प्रदर्शन करेगी, जिसमें देश के कई हिस्सों में प्रवक्ता सरकार के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.