रॉबर्ट वाड्रा ने विदेश जाने के लिए राउज एवेन्यू कोर्ट में अर्जी लगाकर इजाजत मांगी है. यह दूसरी बार है जब वाड्रा ने निचली अदालत से विदेश जाने की इजाजत मांगी है. वाड्रा को निचली अदालत ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एंटीसिपेटरी बेल दी हुई है.
एंटीसिपेटरी बेल देते वक्त कोर्ट ने वाड्रा से कहा था कि उन्हें विदेश जाने से पहले कोर्ट से इजाजत लेनी होगी. एंटीसिपेटरी बेल मिलने के बाद उन्होंने दूसरी बार विदेश जाने की गुहार लगाई है. पहली बार वाड्रा अपने पेट के इलाज के लिए विदेश गए थे.
अर्जी सार्वजनिक नहीं किए जाने की मांग
रॉबर्ट वाड्रा की विदेश जाने की अर्जी पर कोर्ट में सुनवाई के वक्त प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनकी याचिका पर अपना जवाब दाखिल करने के लिए वक्त मांगा है. 12 सितंबर को कोर्ट इस मामले में अगली सुनवाई करेगा. रॉबर्ट वाड्रा ने अपनी अर्जी में 21 सितंबर से 8 अक्टूबर तक के लिए विदेश जाने की कोर्ट से इजाजत मांगी है.
वाड्रा के वकील केटीएस तुलसी ने कहा कि विदेश जाने से जुड़ी उनकी अर्जी को सार्वजनिक न किया जाए, जिस पर कोर्ट ने पूछा कि क्या उनकी सुरक्षा को कोई खतरा है ?
हालांकि सुनवाई के दौरान कोर्ट में ईडी ने इसका विरोध करते हुए कहा कि उनकी सुरक्षा को लेकर किसी तरह की कोई धमकी नहीं है. इस मामले को बेकार ही कोर्ट में बिना किसी ठोस आधार के कहा जा रहा है. हालांकि कोर्ट ने ईडी से कहा कि रॉबर्ट वाड्रा की विदेश जाने से जुड़ी अर्जी से जुड़ी जानकारियां अगली सुनवाई तक सील बंद रखी जाएं.
विदेश जाने की अनुमति का विरोध करेगा ईडी
बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में रॉबर्ट वाड्रा को फिलहाल कोर्ट से जमानत मिली हुई है. वाड्रा को अग्रिम जमानत इसी साल अप्रैल में पटियाला हाउस कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ दी थी. पिछली बार वाड्रा अपने इलाज के सिलसिले में विदेश गए थे, लेकिन इस बार उन्होंने अपने बिजनेस को कारण बताकर विदेश जाने की कोर्ट से अनुमति मांगी है. सूत्रों के मुताबिक, इस बार वह स्पेन जाना चाहते हैं.
हालांकि ईडी के वकील से जब इस पर आजतक ने बातचीत की तो उन्होंने कहा कि अगली सुनवाई पर रॉबर्ट वाड्रा की विदेश जाने से जुड़े हुए अर्जी का विरोध करेंगे. अगर रॉबर्ट वाड्रा को बार-बार विदेश जाने की अनुमति मिलती रही तो वह केस को कमजोर करने की कोशिश कर सकते हैं. गवाहों और सबूतों के साथ भी छेड़छाड़ कर सकते हैं क्योंकि मनी लॉन्ड्रिंग के इस केस के तार विदेश तक जुड़े हैं.