मुस्लिम धर्म प्रचारक जाकिर नाइक के एनजीओ पर प्रतबिंध की प्रक्रिया शुरू हो गई है. गृह मंत्रालय की सूत्रों की मानें तो गृहमंत्रालय के एफसीआरए डिवीजन ने जाकिर नाइक की संस्था पर पाबंदी लगाने का नोटिस आईआरएफ जारी कर दिया है.
जाकिर नाइक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन उस वक्त घेरे में आ गई थी जब बांग्लादेश में हुए आतंकी हमले के दौरान आतंकी ने जाकिर नाइक के भाषणों का हवाला दिया था. गृह मंत्रालय आतंक रोधी कानून के तहत जाकिर नाइक की संस्था पर प्रतिबंध लगाने जा रही है. सूत्रों की मानें तो इसको लेकर कैबिनेट की मीटिंग के लिए गृह मंत्रालय ने मसौदा भी तैयार कर लिया है. आधिकारिक सूत्रों की मानें तो जाकिर नाइक की एनजीओ को प्रतिबंधित करने से पहले तमाम गैरकानूनी गतिविधियों की जांच की गई है जिसके बाद संस्था के खिलाफ गैरकानून गतिविधियों से रोकधाम अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है.
जांच में यह भी बात सामने आई है कि जाकिर नाइक की संस्था पीस टीवी से संबंध रखती है. जाकिर नाईक ने विदेशी खाते से पीस टीवी को पैसा भी भेजा है. आपको बता दें कि पीस टीवी पर आतंकवाद का प्रचार-प्रसार करने का आरोप है.
गृह मंत्रालय ने जाकिर नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए FCRA लाइसेंस रद्द करने से पहले फाइनल नोटिस दे दिया है. सूत्रों के मुताबिक एनजीओ के पिछले जवाब से गृह मंत्रालय संतुष्ट नहीं है. जाकिर नाइक के एनजीओ की फंडिग पहले ही रोक दी गई है. जाकिर नाइक इस वक्त मलेशिया में रह रहे हैं. भड़काऊ भाषण देकर आतंकी बनाने के आरोपी जाकिर नाइक की संस्था का FCRA लाइसेंस रद्द करने की तैयारी शुरू हो गई है. जिसके बाद जाकिर की संस्था विदेश से चंदा नहीं ले पाएगी.
गृह मंत्रालय ने जाकिर नाइक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए FCRA लाइसेंस रद्द करने से पहले फाइनल नोटिस दे दिया है. क्योंकि गृह मंत्रालय पिछले जवाब से संतुष्ट नहीं. जाकिर नाइक अभी मलेशिया में है. आपको बता दें कि जाकिर को अपनी गिरफ्तारी का इतना डर सता रहा है कि पिता की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने भी नहीं आया.