यहां के एक स्कूल में छह साल की बच्ची से यौन शोषण के आरोपी दो शिक्षकों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आक्रोशित सैकड़ों अभिभावकों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया. घटना बीते 2 जुलाई की की है. यह घटना तब सामने आई, जब 15 जुलाई को पीड़ित के माता-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, क्योंकि स्कूल प्रबंधन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में नाकाम रहा था.
कर्नाटक सरकार ने ने VIBGYOR हाई स्कूल की मान्यता रद्द करने के लिए आईसीएसई से सिफारिश की है. इसी स्कूल में पढ़ने वाले एक छात्र के अभिभावक नंदीश रेड्डी ने कहा, 'हम चाहते हैं कि आरोपी को गिरफ्तार किया जाए और मामला फास्ट ट्रैक अदालत में चले, ताकि पीड़ित बच्ची को इंसाफ मिल सके. पुलिस तत्काल कार्रवाई क्यों नहीं कर रही? आरोपियों से पूछताछ करने के लिए वे और कितना समय चाहते हैं.'
रेड्डी ने कहा, 'अपराध को रफा-दफा करने के लिए सबूतों को नष्ट करने का प्रयास किया गया है. हमें आशंका है कि स्कूल प्रबंधन आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रहा है, क्योंकि पीड़ित बच्ची ने 9 जुलाई को ही अपने क्लास टीचर को बताया था कि खेल शिक्षक और शारीरिक प्रशिक्षक ने उसका यौन शोषण किया है, फिर भी स्कूल प्रबंधन ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया.'
शहर के पूर्वी उपनगर के.आर.पुरम से बीजेपी के पूर्व विधायक रेड्डी ने कहा, 'हमलोग स्कूल में तब तक कक्षा का संचालन नहीं होने देंगे, जबतक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जाता और पुलिस स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक लापरवाही का मामला नहीं दर्ज कर लेती.'
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'जांच जारी है और हमलोग पीड़िता के मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. यह संवेदनशील मामला है, क्योंकि पीड़िता मात्र छह साल की है.'
इस बीच स्कूल के सामने विरोध शुक्रवार को भी जारी रहा. स्कूल प्रबंधन ने हालांकि दावा किया कि शुक्रवार को स्कूल खोला गया था, लेकिन अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर बच्चों को स्कूल नहीं भेजा.