सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कर्नाटक सरकार को निर्देश दिया कि तमिलनाडु में किसानों की हालत सुधारने के लिए अगले 10 दिन तक उसे प्रतिदिन 15,000 क्यूसेक कावेरी नदी का जल छोड़ा जाए. कोर्ट के इसी निर्देश के बाद कर्नाटक में जबरदस्त विरोध का माहौल उभरकर सामने आया है. जगह-जगह लोगों ने प्रदर्शन कर कोर्ट के फैसले के खिलाफ नाराजगी जताई है. फैसले पर चर्चा के लिए कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई.
SC ने कहा- जियो और जीने दो
इस मसले पर अगली सुनवाई 16 सितंबर को होगी. सुप्रीम कोर्ट ने दो सितंबर को कर्नाटक से भावनात्मक अपील करते हुए कहा था जियो और जीने दो. तब तमिलनाडु ने शीर्ष अदालत के
संज्ञान में यह बात लाई थी कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा है कि उसे पानी की एक भी बूंद नहीं दी जाएगी. तमिलनाडु ने हाल ही में एक याचिका में कर्नाटक को 50.52 टीएमसी फुट कावेरी
नदी का जल जारी करने का निर्देश देने की मांग की थी, ताकि इस मौसम में 40,000 एकड़ में फैली सांबा की फसल को बचाया जा सके. जवाब में कर्नाटक ने कहा था कि उसके चार जलाशयों में
करीब 80 टीएमसी फुट पानी की कमी है.
जानें SC के फैसले के बाद कर्नाटक में किस तरह लोगों ने विरोध जताया...
1. किसानों ने मद्दुर में प्रदर्शन किया. मैसूर-बंगलुरु हाईवे रोकने की कोशिश की गई.
2. तमिलनाडु से कर्नाटक जाने वाली बसें चेन्नई बस स्टैंड पर खड़ी रहीं.
3. किसानों ने मंड्या के श्रीरंगपट्टनम तालुक में प्रदर्शन किया, रोड जाम हुआ.
4. मंड्या में कृष्णा राज सागर डैम और वृंदावन गार्डन्स आम लोगों के लिए चार दिनों तक बंद रहेगा
5. तमिलनाडु परिवहन की बसें और अन्य गाड़ियां हासुर बॉर्डर बस स्टैंड पर फंसी रहीं.
6. कावेरी होराता समिति ने मंड्या में बंद का आह्वान किया. 2400 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए.
7. सीएम सिद्धारमैया ने SC के फैसले पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई.
8. कन्नड़ प्रदर्शनकारियों ने दो स्थानों पर तमिल फिल्मों की स्क्रीनिंग रोकी.
9. मंड्या में वकीलों ने प्रदर्शन किया.
10. मंड्या में तमिलनाडु की सीएम जयललिता के खिलाफ प्रदर्शन किया गया.
11. मंड्या में ट्रैफिक एकदम ठहर गया है.
12. स्कूल-कॉलेज बंद करने पड़े हैं.
13. कर्नाटक ओक्कुटा ने 9 सितंबर को कर्नाटक बंद का आह्वान किया है.
14. मंड्या में PWD ऑफिस और पुलिस स्टेशन में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की.