दिल्ली में 16 दिसंबर को हुए गैंगरेप के विरोध प्रदर्शन के दौरान घायल दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल सुभाष का मंगलवार को निधन हो गया. सुभाष के बेटे दीपक ने अपने पिता की मौत के लिए जनता को दोषी ठहराया है.
दीपक ने कहा, 'मेरे पिता की मौत के लिए जनता जिम्मेदार है. पुलिस के अलावा कोई भी उनसे मिलने के लिए अस्पताल नहीं आया. पिता जी की मृत्यु के बाद हमारी कोई मांग नहीं है. प्रदर्शनकारियों को शांति बनाए रखनी चाहिए.'
वहीं ताज हसन, जॉइंट सीपी ने कहा, 'हम एक वीर को खो चुके हैं. पोस्टमार्टम में उनकी चोटों के बारे में पता चलेगा. पुलिस डिपार्टमेंट उनके परिवार के लिए जो बन पड़ेगा करेगा.'
सुभाष अपने घर में कमाने वाले इकलौते शख्स थे, उनकी मौत से उनके परिवार के भविष्य पर भी सवालिया निशान लग गया है. उनके परिवार में पत्नी, 2 बेटी, 1 बेटा है. 25 साल से सुभाष दिल्ली पुलिस में कार्यरत थे. 46 की उम्र में उनकी मौत हो गई. सुभाष के बुजुर्ग मां-बाप भी उन्हीं के सहारे थे और उनका परिवार मेरठ में रहता है.