चलती बस में छह लोगों की क्रूरता और दुष्कर्म की शिकार 23 वर्षीया प्रशिक्षु फीजियोथेरापिस्ट का रविवार सवेरे अंतिम संस्कार कर दिया गया. हमले और यातना से घायल पीड़िता को इलाज के लिए सिंगापुर ले लाया गया था. शनिवार को उसकी जिंदगी मौत से हार गई. अत्यंत क्रूरता पूर्वक हुए दुष्कर्म की घटना ने राष्ट्रीय चेतना को हिला कर रख दिया और स्वत: स्फूर्त आंदोलन खड़ा हो गया. पीड़िता की चिता की ज्वाला भले ही शांत पड़ गई, लेकिन लोगों का गुस्सा और दु:ख नहीं थम रहा है.
करीब एक पखवाड़े से चल रहा आंदोलन रविवार दोपहर तब हिंसात्मक हो गया जब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से संबद्ध छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े कुछ छात्रों ने पुलिस की घेराबंदी तोड़ कर इंडिया गेट की तरफ जाने का प्रयास किया. पुलिस ने चार प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में लेने की जानकारी दी है. प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली की हृदयस्थली इंडिया गेट और रायसीना हिल्स इलाके में निषेधाज्ञा लागू है और उस तरफ जाने वाली सभी सड़कों की पुलिस ने घेराबंदी कर दी है. पहले मेट्रो के दस स्टेशनों को बंद कर दिया गया था, लेकिन शाम को पांच स्टेशनों को खोल दिया गया.
कनॉट प्लेस के नजदीकी तीन मेट्रो स्टेशन 31 दिसंबर शाम से रहेंगे बंदनये साल की पूर्व संध्या पर कल सुरक्षा पाबंदियों के चलते शाम साढ़े सात बजे से कनॉट प्लेस के आसपास के तीन मेट्रो स्टेशन बंद रखे जाएंगे. 31दिसंबर को राजीव चौक, बाराखंभा रोड और पटेल चौक मेट्रो स्टेशन शाम साढ़े सात बजे से बंद रहेंगे.हालांकि राजीव चौक पर ट्रेन बदलने की सुविधा उपलब्ध रहेगी. तीनों मेट्रो स्टेशनों पर शाम सवा सात बजे टिकटों की बिक्री बंद हो जाएगी.अन्य स्टेशनों पर सेवाएं यथावत रहेंगी.
लड़की की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन और तेज
दिल्ली में 23 वर्षीय छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार करने वाले दोषियों के खिलाफ त्वरित सुनवाई करने की मांग को लेकर हो रहा विरोध प्रदर्शन लड़की की मौत के बाद रविवार को और तेज हो गया. सभी छह आरोपियों को मौत की सजा दिये जाने की मांग को लेकर देश के विभिन्न शहरों में प्रार्थनाओं और विरोध प्रदर्शन स्वरूप मोमबत्ती लेकर जुलूस में भाग लेने का दौर जारी है. विरोध प्रदर्शनों का दौर रात होने तक जारी रहा.
आंध्र प्रदेश में कालेज और स्कूली छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया और हैदराबाद, विजयवाडा, विशाखापत्तनम, कर्नूल और वारंगल तथा अन्य कस्बों में धरना प्रदर्शन किया. महिला समूहों, युवा संगठनों और राजनीतिक दलों ने विरोध प्रदर्शन आयोजित किया और विभिन्न स्थानों पर नारे लगाये. बड़ी संख्या में लोगों, छात्रों ने मोमबत्ती लेकर हैदराबाद के टांक बुंद में जुलूस निकाला.
उधर चंडीगढ़ में पीड़िता की याद में लोगों ने प्रार्थनायें की. पार्टी विचारधारा से अलग हटकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने शोकसभा में हिस्सा लिया ओर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिये जाने की मांग की. इसके अलावा मुंबई, उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र, बेंगलूर में भी विरोध प्रदर्शन की खबरें मिली हैं
देशभर में नये साल के अनेक आयोजन रद्द
दिल्ली सामूहिक बलात्कार मामले पर देशभर में गुस्से और रोष के बीच देशभर में अनेक जगहों पर आयोजकों ने नये साल के स्वागत के लिए आयोजित होने वाले समारोहों को रद्द कर दिया है.दिल्ली में प्रेस क्लब आफ इंडिया ने नये साल का जश्न नहीं मनाने का फैसला किया है वहीं महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य चरन सिंह सपरा ने भी लोगों से इस बार आयोजनों से दूरी बनाने का अनुरोध किया है. पंजाब और हरियाणा की सरकारों समेत इन राज्यों के अनेक लोगों ने नये साल के स्वागत के लिए अपनी पार्टी की योजनाओं को निरस्त करने या कमतर करने का फैसला किया है.
गौरतलब है कि रविवार तड़के 3:30 बजे एक विशेष विमान से पीड़िता का शव सिंगापुर से दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी हवाई अड्डे पर मौजूद थीं. सूत्रों के मुताबिक मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने दिवंगत पीड़िता के परिजनों के साथ बात की और उन्हें सांत्वना दी.
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आर.पी.एन. सिंह श्मशान में मौजूद थे. सुबह 7:25 पर अंत्येष्टि शुरू हुई. सिंह ने बताया कि वे सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर वहां गए थे. उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार को गोपनीय रखा गया क्योंकि हम परिवार की निजता का सम्मान करना चाहते थे.
बस में पीड़िता के साथ मौजूद और दुष्कर्मियों के हमले में घायल युवक अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ. पुलिस सूत्रों के मुताबिक युवक शनिवार रात को ही परिवार के साथ गृहनगर गोरखपुर चला गया. उधर रविवार को भी जंतर मंतर पर प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ उमड़ी रही. कई प्रदर्शनकारियों ने दुष्कर्म के खिलाफ कड़े कानून की मांग करते हुए नारे लगाए तो कुछ ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए हवन किया.
संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग
भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध पर संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग की. पीड़िता के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मुख्य विपक्षी पार्टी ने सवाल किया कि इस तरह से जल्दबाजी में अंत्येष्टि करने की क्या जरूरत थी. भाजपा ने यह भी कहा कि संसद में इस विषय पर उपयुक्त ढंग से चर्चा कराने से निश्चित तौर पर देश की इस बहादुर बेटी के बलिदान के बाद देश में व्यक्त असंतोष और गंभीर पीड़ा को दूर करने में मदद मिलेगी.