कोलकाता में एक नाबालिग गैंगरेप पीड़ित की खुदकुशी के बाद विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया है.
दरअसल 24 परगना के मध्यमग्राम की रहने वाली 16 वर्षीय लड़की के साथ उसके घर से कुछ मीटर की दूरी पर गैंगरेप किया गया था. वह वहीं पास में पड़ी मिली थी. इसके बाद जब वह अपने माता-पिता के साथ स्थानीय पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज करवाकर लौट रही थी, तब उसी गिरोह ने जबरदस्ती उसे ले जाकर फिर से गैंगरेप किया. बुरी तरह घायल लड़की रेल की पटरी पर बेहोशी की हालत में पड़ी मिली.
घटना के बाद आरोपी और पड़ोसी कथित रूप से उसे ताने देने लगे जिससे तंग आकर उसने खुद को आग लगा ली. पिछले एक हफ्ते से वह कोलकाता के एक अस्पताल में मौत से जंग लड़ रही थी. आखिरकार बुधवार को उसने दम तोड़ दिया.
इस घटना ने एक बार फिर कोलकाता में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. पीड़िता के पिता टैक्सी चलाते हैं. वह इसी जुलाई में परिवार के साथ बिहार से यहां शिफ्ट हो गए थे. उनका आरोप है कि उनकी बेटी को अस्पताल में उसे उचित इलाज नहीं मिला.
जब पीड़िता को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया तो वह 60 फीसदी जल चुकी थी. लेकिन जलने की वजह से उसे इंफेक्शन हो गया और उसके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया.
जैसे ही पीड़िता की मौत की खबर फैली, वाम संगठनों के कार्यकर्ताओं ने अस्पताल परिसर के अंदर और बाहर विरोध प्रदर्शन किया. महिला कार्यकर्ताओं ने अस्पताल परिसर में 'मूक रैली' निकालकर प्रदर्शन किया.
पीड़िता के परिवार ने 6 लोगों के खिलाफ शिकायत की है. तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था. मुख्य आरोपी समेत दो लोगों को पिछले हफ्ते गिरफ्तार कर लिया गया. पीड़िता के परिवार ने आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग की है.
पीड़िता की मां ने कहा, 'अगर उसका समय पर इलाज होता तो वह जिंदा होती. उसका ठीक से इलाज नहीं किया गया. मैं अपनी बेटी के कातिलों के लिए कड़ी से कड़ी सजा चाहती हूं. मैं सबको फांसी चढ़ते देखना चाहती हूं.'