राहुल गांधी ने दम भरा है कि कांग्रेस ही एक मात्र पार्टी है जो विकास की तो बात करती ही है, साथ ही लोगों को अधिकार भी देती है. उन्होंने कहा है कि चाहे फूड बिल को विपक्ष पैसे की बर्बादी करार दे, पर लोगों को भोजन का अधिकार देने के लिए ये बर्बादी भी करेंगे. मौका था दिल्ली के 45 अनियमित कॉलोनियों के लोगों को मलिकाना हक देने का और राहुल गांधी ने कांग्रेस का चुनावी बिगुल फूंक दिया.
हिंदुस्तान के शहरीकरण पर राहुल का दर्शनशास्त्र
अपने भाषण की शुरुआत में राहुल गांधी ने कहा, 'अगर हम 60-70 साल पहले के हिंदुस्तान की तुलना अब से करें तो एक बहुत बड़ा बदलाव दिखता है. 60 साल पहले पूरा हिंदुस्तान गांवों में बसता पर था. पर अब करीबन 30 फीसदी हिंदुस्तान शहरों में रहता है और आने वाले समय में यह आंकड़ा 50-55 फीसदी तक जा सकता है. ये छोटा बदलाव नहीं है. ये जो हमारा देश है, बहुत बड़ा देश है. जनसंख्या के मामले में आज दूसरे नंबर पर हैं. जल्द ही नंबर वन भी बन जाएंगे.'
दिल्ली का विकास कांग्रेस ने किया
उन्होंने कहा, आज अगर दिल्ली आगे बढ़ रही है...वो इसलिए बढ़ रही हैं क्योंकि जो लोग इस शहर में रह रहे हैं वो सभी मिलकर तेजी से हिंदुस्तान को आगे बढ़ा रहे हैं. जिस प्रकार से दिल्ली में मेट्रो आई, सड़कें बनी, फ्लाईओवर बने, जो बदलाव यहां आया है. पूरा हिन्दुस्तान जानता है कि कांग्रेस ने यह सब किया है. लेकिन इन निर्माणों का कोई फायदा नहीं होगा अगर हम दिल्ली की जनता को आगे नहीं बढ़ाएंगे. यही काम कांग्रेस पार्टी करती है.'
इसे कहते हैं आम आदमी की सरकार
कांग्रेस को अन्य पार्टियों से अलग बाते हुए उन्होंने कहा, 'विपक्ष को देखें. इन्फ्रास्ट्रक्चर और सड़कों की बात होती है. पर जो लोग उसे बनाने के लिए खून-पसीना देते हैं उनकी बात नहीं होती. जो गरीब हर रोज इस शहर को बनाता है, उसकी चर्चा नहीं होती. हम कहते हैं कि जिन्होंने इसे बनाया और जो इसका इस्तेमाल कर रहे हैं, सभी का फायदा हो. यही अंतर है कांग्रेस और अन्य पार्टियों में, और ऐसी ही होनी चाहिए आम आदमी की सरकार.'
विकास की कांग्रेसी परिभाषा...विकास के साथ अधिकार की गारंटी
विकास की नई परिभाषा देते हुए उन्होंने कहा, 'पिछले 10 सालों में हमने विकास की परिभाषा बदल दी. पहले विकास की बात होती थी, अधिकार की बात हमने शुरू की. आज हम अधिकार दे रहे हैं. विकास देने में और अधिकार देने में बहुत फर्क होता है. अधिकार का मतलब गारंटी करके विकास देना. संसद में अभी हमने भोजन के अधिकार की बात की, और हमारे विपक्षी दलों ने कहा कि ये नहीं होना चाहिए. पूरे हिंदुस्तान के लिए सबसे बड़ी चिंता क्या है...भूख. फूड बिल से बड़ा काम कोई हो नहीं सकता. हजार सालों में पहली बार ऐसा होगा जब कोई भूखा नहीं जाएगा. ये अधिकार है...गारंटी है. कोई भी व्यक्ति भोजन के लिए अधिकार मांग सकता है.'
कांग्रेस ने आम आदमी को दिया अधिकार
अपनी पार्टी की तारीफ करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'आजकल भ्रष्टाचार की बात होती है. सबसे बड़ा कानून...सूचना का अधिकार. जिससे आम आदमी अपने सरकार से कोई भी सवाल पूछ सकता है. यह अधिकार कांग्रेस ने दिया. रोजगार का अधिकार, इससे करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचाया. क्योंकि कांग्रेस चाहती है कि हर आदमी अपने सपनों को पूरा कर सके.'
भोजन का अधिकार देने में पैसे बर्बाद होते हैं तो हों....
फूड बिल का बचाव करते हुए उन्होंने कहा, 'बाहर से आए लोग भी मुझसे पूछते कि आप नरेगा के जरिए करोड़ों लोगों को काम कैसे देते हैं. विपक्ष कहता था कि यह नहीं किया जा सकता, बहुत पैसा लगेगा. पर हमने करके दिखाया. भोजन के अधिकार में भी यही कहते हैं कि पैसा बर्बाद होगा. क्या किसी को भोजन देना पैसा बर्बाद करना है. इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि आप हिंदुस्तान को भोजन दे रहे हैं. पर विपक्ष कहती है कि पैसा जाया कर रहे हैं. अगर पैसा जाया हो रहा है तो अच्छा है, हम बर्बाद करें. क्योंकि हम चाहते हैं कि इस देश का गरीब इन अधिकारों के बल पर खड़ा हो.'