इंडिया टुडे के स्टेट ऑफ स्टेट्स कार्यक्रम में देश विभिन्न राज्यों को प्रदर्शन के मूल्यांकन के आधार पर सम्मानित किया गया. पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने अपने संबोधन में कहा कि उनके परिचित और पत्रकार उनसे अक्सर सवाल करते हैं कि वे राज्यपाल किरण बेदी को कैसे संभालते हैं?
दरअसल स्टेट ऑफ स्टेट्स अवॉर्ड में पुडुचेरी को स्वास्थ्य, स्वच्छता और कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में अपने संबोधन में पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कहा कि उनके परिचित और पत्रकार उनसे अक्सर सवाल करते हैं कि आप उपराज्यपाल किरण बेदी को कैसे संभालते हैं? तब इसके जवाब मैं उनसे यही कहता हूं कि मैने केंद्रीय मंत्री के तौर पर प्रधानमंत्री कार्यालय में ट्रेनिंग ली है और उस दौर से उनको देखा है.
बता दें कि यूपीए-II के दौर में वी नारायणसामी जब पीएमओ में राज्यमंत्री थे, उस समय अन्ना आंदोलन ने यूपीए सरकार की नींद उड़ा रखी थी. अन्ना आंदोलन का एक प्रमुख चेहरा किरण बेदी भी थीं. और टीम अन्ना अपनी मांगों को लेकर लगातार सरकार से भिड़ भी रही थी और अपनी मांगों को लेकर सरकार के मंत्रियों से मिलती भी थी.
केंद्र से मनमोहन सरकार जाने और मोदी सरकार आने के बाद किरण बेदी बीजेपी में शामिल हो गईं. और बीजेपी ने भी बेदी को टीम अन्ना के अन्य सदस्य अरविंद केजरीवाल के सामने मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर मैदान उतारा, लेकिन बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी. जिसके बाद किरण बेदी को पुडुचेरी का उपराज्यपाल बनाया गया.
मुख्यमंत्री नारायसामी से उपराज्यपाल किरण बेदी के छोटे-मोटे मतभेद और टकराव की खबरें तो आती हैं. लेकिन अधिकारों को लेकर उस तरह का टकराव कभी देखने को नहीं मिला जैसा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पू्र्व उपराज्यपाल नजीब जंग और मौजूदा उपराज्यपाल अनिल बैजल के बीच रहा. हो सकता इसीलिए नारायणसामी से यह सवाल पूछा जाता है कि आखिर वे किरण बेदी को कैसे संभालते हैं.
स्टेट ऑफ द स्टेट्स कॉनक्लेव इंडिया टुडे का वार्षिक आयोजन है, जिसमें देश के शीर्ष स्तर के नेता शामिल होते रहे हैं. इस बार कॉनक्लेव में उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू के अलावा गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने हिस्सा लिया.