जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि पुलवामा में जवानों का नरसंहार 2014 में सरकार के एक आदेश के कारण हुआ है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि पहले सरकार ने एक आदेश दिया था कि किसी भी वाहन को किसी भी चेक प्वाइंट पर रोका नहीं जाए. यह आदेश इसलिए आया क्योंकि सेना के कुछ जवानों ने एक मारुति कार पर फायरिंग कर दी थी. इसके बाद जवानों पर मुकदमा भी चला था और आज भी वे जेल में हैं.
बता दें कि 3 नवंबर, 2014 को बडगाम में 53, राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने एक सफेद मारुति कार पर फायरिंग कर दी थी. जवानों ने फायरिंग इस वजह से की थी क्योंकि कार इससे पहले दो चेक पॉइंट्स को पार कर चुकी थी. जवानों को कार में आतंकियों के होने का संदेह हुआ, जिसके बाद उन्होंने फायरिंग कर दी. इसमें 2 किशोर मारे गए थे.
हालांकि, बाद में यह पता चला कि कार में बैठे पांच किशोर मुहर्रम के जुलूस से लौट रहे थे. इस मामले को लेकर 14 सैनिकों की जांच की गई. इसमें से चार को दोषी पाया गया. इस पूरे मामले को लेकर कश्मीर में काफी बवाल भी हुआ था. तब उत्तरी कमांड के जीओसी डीएस हुडा ने इस पूरे मामले को लेकर गलती भी मानी थी. इस मामले में सेना के अलावा तत्कालीन रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने भी खेद जताया था.
It is now clear that Pulwama massacre of 37 army jawans was due to the 2014 government order not stop at any vehicle at any check point. This Order came because one Maruti was fired at by army and these jawans were prosecuted are still in jail.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) February 15, 2019
एक आतंकी ने दिया इस हमले को अंजाम
बता दें कि गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद दार ने आत्मघाती हमला कर सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाया. सुरक्षाबलों के 70 वाहनों का काफिला जब पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग से गुजर रहा था, उसी दौरान आदिल ने अपनी गाड़ी को CRPF के वाहन में घुसा दी और तभी एक धमाका हुआ.
इस धमाके में CRPF की एक बस पूरी तरह से खत्म हो गई और आसपास के वाहनों को भी नुकसान पहुंचा. ये हमला इतना भयानक था कि सीआरपीएफ की एक बस के परखच्चे उड़ गए.