पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवानों की शहादत के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अपनी जांच शुरू कर दी है. एनआईए की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला करने वाले जैश-ए-मोहम्मद के लोकल आतंकी आदिल अहमद डार के साथ इस आतंकी संगठन में शामिल होने वाले उसके रिश्तेदार तौसिफ से पूछताछ की जाएगी.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जुड़े सूत्रों ने बताया कि एनआईए आत्मघाती हमलावर आदिल के रिश्तेदार तौसिफ से पूछताछ करेगी. दोनों एक साथ जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुए थे. हालांकि तौसिफ ने बाद में घर के लोगों को समझाने के बाद जैश को छोड़ दिया था. वह फिलहाल जम्मू की जेल में बंद है.
एनआईए के सूत्रों के मुताबिक तौसिफ की इस हमले में बड़ी भूमिका हो सकती है क्योंकि उसने आदिल के साथ ही आतंकी संगठन को ज्वाइन किया था. दोनों की ट्रेनिंग एक साथ हुई थी. एनआईए आदिल के परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भूी पूछताछ कर रही है. उन्होंने एनआईए को पूछताछ में बताया कि उसने जैश छोड़कर वापस घर लौटने की परिजनों की सलाह को ठुकरा दिया था.
साथ ही एनआईए आदिल के द्वारा इस्तेमाल किए गए रूटों को पहचानने की कोशिश कर रही है. इस संबंध में जांच एजेंसी क्षेत्र के स्थानीय लोगों से पूछताछ कर चुकी है. जांच एजेंसी ने सीआरपीएफ जवानों से भी इस संबंध में जांच कर चुकी है.
सोशल मीडिया पर आदिल और जैश के अन्य आतंकियों की प्रोफाइलिंग हैं. इनके कई लोगों के डीएनए सैंपल लिए जा चुके हैं. सूत्रों के अनुसार, एनआईए ने जेएएम से जुड़े सभी ऑडियो और वीडियो को सबूतों और फैक्ट्स जोड़ने के लिए फोरेंसिक टेस्ट को भेजा जाएगा.
एनआईए की जांच में खुलासा हुआ कि घाटी में ही जैश की ओर से आरडीएक्स तैयार किया गया. दिसंबर में जैश के मॉड्यूल ओजीडब्ल्यू के पास से 100 किलो से ज्यादा आरडीएक्स बरामद किया गया था. सूत्र बताते हैं कि हमलों के लिए इन्हें एकत्र किया जा रहा था. पुलवामा में जिस तरह का हमला किया गया उससे साबित होता है कि पिछले कई महीने से इस हमले की तैयारी चल रही थी और आरडीएक्स जमा किया जा रहा था.