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पुलवामा हमला: भारत के साथ आए दुनिया के बड़े देश, अकेला पड़ा PAK

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बाद पूरा विश्व भारत के साथ खड़ा नजर आ रहा है. दुनिया के बड़े देशों ने आतंकवाद से मुकाबले में भारत के प्रति अपना समर्थन भी व्यक्त किया है.

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सुषमा स्वराज (फोटो- रॉयटर्स)
सुषमा स्वराज (फोटो- रॉयटर्स)

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जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद दुनिया के बड़े देशों ने आतंकवाद से मुकाबले में भारत के प्रति अपना समर्थन भी व्यक्त किया है और इस घड़ी में साथ खड़े रहने की बात कही है. शुक्रवार शाम दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय में जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई. विदेश सचिव ने कुल 25 देशों के प्रतिनिधियों से बातचीत की और पुलवामा हमले की जानकारी दी. इस बैठक में पी-5 देशों, पाकिस्तान को छोड़कर सभी दक्षिण एशियाई देश और अन्य बड़े देशों (जैसे जापान, जर्मनी, रिपब्लिक ऑफ कोरिया) ने शिरकत की.

इन देशों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की. विदेश मंत्रालय की इस बैठक में जर्मनी, हंगरी, इटली, यूरोपियन यूनियन, कनाडा, ब्रिटेन, इजराइल, ऑस्ट्रेलिया, जापान, साउथ कोरिया, स्लोवाकिया, स्विडन, फ्रांस, स्पेन और भूटान के प्रतिनिधि शामिल हुए. इनके अलावा बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान और नेपाल के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. भारत के पड़ोसी देशों बांग्लादेश, भूटान और श्रीलंका ने भी पुलवामा आतंकवादी हमले की निंदा की.

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अमेरिका, रूस, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, सऊदी अरब, श्रीलंका, दक्षिण कोरिया और बांग्लादेश सहित दुनिया के कई बड़े देशों ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा की है. गुरुवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. जिसके बाद विश्व के बड़े देशों ने हमले को अंजाम देने वालों की जमकर आलोचना की. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने आतंकवाद से मुकाबले में भारत के साथ अपने सहयोग को मजबूत बनाने के लिए अपने देश का समर्थन दोहराया.

भारत को पुतिन का भी समर्थन

पुतिन ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर राज्य में आतंकवादी कृत्य में भारतीय विधि प्रवर्तन अधिकारियों की मौत के सिलसिले में कृपया संवेदनाएं स्वीकार करें. हम इस जघन्य अपराध की कड़ी निंदा करते हैं. इस हमले को अंजाम देने वालों और प्रायोजकों को उचित सजा दी जानी चाहिए.' पुतिन ने कहा, 'मैं भारतीय साझेदारों के साथ आतंकवाद से मुकाबले में सहयोग को मजबूत करने की अपनी इच्छा दोहराता हूं. रूस में हम भारत के मित्रवत लोगों का दुख साझा करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद करते हैं.'

अमेरिका ने भी पुलवामा हमले की निंदा की. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा, 'अमेरिका पाकिस्तान से अपील करता है कि वह अपनी जमीन से आतंकी गतिविधियां चलाने वाले ऐसे सभी आतंकवादी संगठनों को समर्थन और पनाह देना तुरंत बंद करे जिनका एकमात्र लक्ष्य क्षेत्र में अव्यवस्था, हिंसा और आतंक फैलाना है.' उन्होंने कहा, 'यह हमला आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका और भारत के सहयोग एवं साझेदारी को और बढ़ाने के हमारे संकल्प को और मजबूत बनाता है.'

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जैश की कायराना हरकत: सऊदी अरब

ऑस्ट्रेलिया के राजनीतिक नेताओं ने भी इस आतंकवादी हमले की निंदा की. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा, 'हम पीड़ितों के परिजन और सभी घायलों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं. हमारे विचार मेरे मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय लोगों के साथ हैं.'

सऊदी अरब ने भी आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में साथ खड़े होने की बात कही. सऊदी अरब ने पुलवामा में जैश-ए- मोहम्मद की ओर से किए गए आत्मघाती हमले को ‘कायराना’ हरकत करार दिया. सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अर्धसैनिक बल के काफिले को निशाना बनाकर किए गए इस विस्फोट की वह निंदा करता है. बता दें कि अगले हफ्ते सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद शीर्ष भारतीय नेतृत्व से बातचीत के लिए आधिकारिक यात्रा पर यहां आने वाले हैं.

आतंक के खिलाफ हम भारत के साथ - फ्रांस

फ्रांस ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़े रहने की बात कही. वहां के विदेश मंत्री ज्यां-यीव्स ली द्रियां ने भारत के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुए कहा, 'फ्रांस आतंकवाद से मुकाबले में हमेशा भारत के साथ रहा है और रहेगा.' वहीं, नेपाल ने कहा, 'वह आतंकवाद के सभी स्वरूपों की स्पष्ट शब्दों में निंदा करता है और मानता है कि ऐसे जघन्य कृत्यों को किसी आधार पर सही नहीं ठहराया जा सकता.' इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भी इस हमले की निंदा की और कहा कि यूएई हिंसा एवं आतंकवाद के सभी स्वरूपों को खारिज करता है.

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चीन ने की निंदा लेकिन अजहर को आतंकी मानने से इनकार

पाकिस्तान का हमदर्द माने जाने वाले चीन ने भी हमले की निंदा की. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, 'चीन आत्मघाती हमले की खबरों से वाकिफ है. हम इस हमले से गहरे सदमे में हैं और मृतकों तथा घायलों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करते हैं.' गेंग ने कहा, 'हम आतंकवाद के किसी भी रूप की कड़ी निंदा और पुरजोर विरोध करते हैं. उम्मीद है कि संबंधित क्षेत्रीय देश आतंकवाद से निपटने के लिए एक दूसरे का सहयोग करेंगे और इस क्षेत्र में शांति और स्थायित्व के लिए मिलकर काम करेंगे."

हालांकि, आतंकी मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कराने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'जहां तक सूचीबद्ध करने की बात है, मैं बस यही बता सकता हूं कि सुरक्षा परिषद की 1267 समिति के आतंकवादी संगठनों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया और नियम स्पष्ट हैं.'

आतंकवाद मानवता के खिलाफ एक अपराध: दक्षिण कोरिया

दक्षिण कोरिया ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा की है. दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हम 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं और हमले में अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करते हैं.' दक्षिण कोरिया ने कहा कि आतंकवाद मानवता के खिलाफ एक अपराध है जिसे किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता. इसे समाप्त किया जाना चाहिए. हम आतंकवाद को मिटाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सक्रिय रूप से काम करना जारी रखेंगे.

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