जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने बड़ा आतंकी हमला किया है. इस हमले में अभी तक 44 जवानों के शहीद होने की खबर है. ये संख्या और बढ़ सकती है. घायल जवानों की संख्या 45 बताई जा रही. 18 जवानों की हालत गंभीर है.
इस बीच जैश-ए-मोहम्मद ने दावा किया है कि उसके आतंकवादी ने इस आत्मघाती हमले को अंजाम दिया है. उसके आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास ने विस्फोटक से भरी उस गाड़ी को उड़ाया है. जैश ने कहा है कि आदिल पुलवामा के गुंडीबाग इलाके का ही रहने वाला था. धमाके से पहले जवानों की गाड़ी पर फायरिंग भी की गई है. बताया जा रहा कि ये काफिला जम्मू से कश्मीर की ओर जा रहा था.
ख़ुफ़िया सूत्रों के मुताबिक आदिल को हाल ही में अफगान मुजाहिद जैश के आतंकी गाज़ी रशीद ने आतंक की ट्रेनिंग दी थी. उसे कश्मीर के नए आतंकियों को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी दी गई थी. बताया जा रहा कि जैश का कमांडर राशिद गाज़ी आईईडी बनाने में एक्सपर्ट है. उसने अफगानिस्तान में ही पूरी ट्रेनिंग ली है. 9 दिसंबर को उसने कश्मीर में घुसपैठ की थी. उसके साथ दो और आतंकियों ने घुसपैठ की थी. गाजी ही जैश के आतंकियों को हथियार और ब्लास्ट करने की ट्रेनिंग देता है.
पिछले काफी समय से कश्मीर में ऑपरेशन आलआउट में आतंकियों का बड़े पैमाने पर सफाया हो रहा है. इससे पड़ोस में छिपे बैठा जैश का सरगना मसूद अज़हर बेचैन है. जैश आतंकी उस्मान और तलहा रशीद की मौत का बदला लेने के लिए सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की साज़िश रची गई थी. उस्मान और तलहा रशीद मौलाना मसूद अज़हर का भतीजा और भांजा थे. उन्हें कश्मीर में मार गिराया गया था.
आतंकियों ने जिस तरह से ये हमला किया है, इस तरीके का इस्तेमाल आम तौर पर अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए किया जाता है. लेकिन काफी समय बाद आतंकी कश्मीर में इतना बड़ा हमला करने में कामयाब हो गए. इससे पहले 18 सितंबर 2016 को आतंकियों ने उरी में बड़ा हमला किया था, जिसमें 19 जवान शहीद हुए थे.
इधर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा है कि आतंकियों ने कार में धमाका करके ये हमला किया है. उन्होंने सुसाइड अटैक की आशंका जाहिर की है. इतने बड़े हमले के बाद देश भर में गुस्सा है.