विधानसभा में कई बार ऐसा हो चुका है कि विधायक अपनी मर्यादा को भूल ऐसा कुछ कर जाते हैं लेकिन केरल विधानसभा में तो हद ही हो गई. अभी हाल में वामपंथी विधायक जमीला प्रकाशम ने विधानसभा के अंदर कांग्रेसी विधायक के. सिवदासन नायर को दांत से काटा और इस दौरान दो विधायक और इसमें शामिल हुए. हालांकि इस घटना के बाद बजट सेशन को स्थगित करना पड़ा. इस विधानसभा में यह कोई पहला मामला नहीं है. महिला विधायकों की दबंगई इसके पहले भी यहां कई मर्तबा देखने को मिल चुकी है. आइए हम आपको बताते हैं कुछ ऐसी दबंग महिला विधायकों के बारे में, जो कार्यवाही के अलावा विधानसभा को लाई चर्चा में.
जमीला प्रकाशम (जेडीएस)
जमीला ने इस घटना के बाद आरोप लगाया कि यूडीएफ के विधायकों ने उनका अपमान किया था. विधायकों के हंगामे के बाद केरल विधानसभा बजट सेशन स्थगित करना पड़ा. प्रकाशन ने कहा, 'अगर लोग सदन की कार्रवाई की फुटेज को सावधानीपूर्वक देखेंगे, तो उन्हें पता चलेगा कि पहले नायर ने मेरे पीछे से आकर मुझ पर हमला किया था.' उन्होंने कहा, 'पहले उन्होंने मुझे अपने घुटने से मारा, और उसके बाद वह मेरे पास आए और उन्होंने मुझे अपने हाथों से पकड़ लिया. मैंने उनसे कहा कि मुझे छोड़ दीजिए, नहीं तो मैं आपको दांत से काट लूंगी. उन्होंने कहा कि आप दांत से काट सकती हो और इसीलिए मैंने उन्हें काट लिया.'
केके लतिका, सीपीएम
ऐसे ही सीपीएम विधायक केके लतिका भी इस तरह की घटना में शामिल रह चुकी हैं. 2013 में लतिका ने विधानसभा में आरोप लगाया था कि उन पर गार्ड ने हमला किया था. लतिका और कांग्रेस विधायक एमए वाहिद के बीच झगड़ा हो चुका है.
के एस सलीखा, सीपीएम
दूसरी बार मुस्लिम विधायक बनीं सलीखा ने सीपीएम कार्यकर्ता से शादी की. 1995 में केरल में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण के बाद उनका राजनीतिक करियर शुरू हुआ. सलीखा एक बार स्पीकर के मंच तक पहुंच गई थीं और जोर जोर से नारे लगा रही थीं.
ईएस बिजिमोल, सीपीआई
ऐसा ही कुछ सीपीआई विधायक बिजिमोल के साथ भी हो चुका है. मंत्री शिबू बेबी जॉन की बांह पकड़कर उन्हें महिला विधायकों ने विधानसभा में रोका था. उन्होंने भी राजनीति में 1995 में ही कदम रखा था.