पुणे में एक प्राइवेट स्कूल द्वारा जारी अजब दिशा-निर्देशों के बाद विवाद खड़ा हो गया है, दरअसल 'एमआईटी विश्वशांति गुरुकुल स्कूल' ने छात्राओं को सफेद और स्किन कलर के इनरवियर पहनने का निर्देश दिया है.
साथ ही नियम के समयानुसार ही दिए गए समय में ही वॉशरूम जाने की इजाजत है. स्कूल में इंग्लिश में बात करना अनिवार्य किया गया है, अन्यथा फुटबॉल मैच की तरह ग्रीन कार्ड, येलो कार्ड और रेड कार्ड जारी किया जाएगा. दस कार्ड जारी होने के बाद छात्र को स्कूल से निकाल दिया जाएगा. बता दें कि स्कूल का नया सत्र 15 जून से शुरू हुआ है. छात्रों को 2 जुलाई को डायरी दी गई है, जिसमें सभी निर्देश जारी किए गए हैं.
Parents of students of Maeer's MIT School,Pune stage protest over school's diktat for girl students to wear innerwear of specific colour, say,"They're asking us to sign the diary which mentions this. Children are not even allowed to use toilet multiple times here." #Maharashtra pic.twitter.com/4ZYYc0nd0A
— ANI (@ANI) July 4, 2018
स्कूल प्रबंधन द्वारा परिजनों की शिकायतों पर कोई कारगर कदम नहीं उठाए जाने के बाद बड़ी संख्या में परिजन शिक्षा विभाग पहुंचे और जॉइंट डायरेक्टर से गुहार लगाई कि स्कूल के खिलाफ लैंगिक शोषण का मामला दर्ज कराया जाय और तुरंत स्कूल के प्रिंसिपल और मैनेजमेंट को गिरफ्तार किया जाए.
एक तरफ अभिभावकों ने जहां स्कूल के खिलाफ कदम उठाने की मांग की है. वहीं अधिकारियों का कहना है कि यह दिशा-निर्देश छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जारी किए गए हैं.
"The intention to give such specific directives in the school diary was very pure.We had some experiences in the past which made us take this decision. We didn't have any hidden agenda," Dr. Suchitra Karad Nagare, Executive director of MIT Group of Institute #Maharashtra pic.twitter.com/6wSHn65cZ9
— ANI (@ANI) July 4, 2018
शिक्षा (प्राथमिक) के निदेशक दिनकर दीमकर ने पुणे नगर निगम (पीएमसी) को मामले की जांच करने का निर्देश दिया है.