पुणे के कोंडवा इलाके में शनिवार को सोसाइटी की दीवार गिरने से 15 लोगों की मौत के बाद 11 में से 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आईपीसी की धारा 304 के तहत विपुल अग्रवाल और विवेक अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया है. दोनों आरोपियों को पुणे सेशन्स कोर्ट ने 2 जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है.
इस हादसे में मरने वाले ज्यादातर लोग पश्चिम बंगाल और बिहार से थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुणे के जिलाधिकारी को मामले की जांच के आदेश दिए थे. सोशल मीडिया पर आए वीडियो में नजर आ रहा है कि गिरी हुई दीवार के पास कुछ कारें लाइन से खड़ी हैं. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया. वहीं हादसे में घायल तीन लोगों को 25 हजार रुपये मुआवजा राशि दी जाएगी.
मामले को तूल पकड़ता देख आरोपियों पर कार्रवाई करने का दबाव प्रशासन पर था. इसके बाद 11 आरोपियों में से 2 को गिरफ्तार कर लिया गया. इन दोनों का नाम विपुल अग्रवाल और विवेक अग्रवाल है. ये दोनों 2 जुलाई तक कस्टडी में रहेंगे. पुलिस ने इस गंभीर हादसे के बाद एक दर्जन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.#PuneWallCollapse : Developers of Alcon Stylus housing society Vipul Agrawal and Vivek Agrawal - accused in the incident, have been sent to police custody till 2nd July by Pune sessions court. (file pic) pic.twitter.com/XUkPITxT5b
— ANI (@ANI) June 30, 2019
इसमें कंचन बिल्डर्स, एल्कॉन स्टाइल्स के आला अधिकारी, उनके इंजीनियर और ठेकेदार शामिल हैं. इनके खिलाफ लापरवाही और गैर-इरादतन हत्या के आरोप लगाए गए हैं. शनिवार को यह घटना तड़के 2.15 बजे हुई. एल्कॉन स्टाइल्स इमारत परिसर में अचानक दीवार गिर गई और झोपड़ियों में सो रहे लोग दब गए.
इसके अलावा बिल्डिंग के पास खड़े आधा दर्जन वाहन भी नीचे खिसक गए और वहां स्थित झोपड़ियों पर गिर गए. अफसरों ने बताया, बचाव टीम तुरंत मौके पर पहुंची, लेकिन वे केवल दो नाबालिगों समेत तीन लोगों को ही बचा पाए. इनमें से ज्यादातर लोग मजदूर थे. मृतकों में 10 पुरुष और पांच महिलाएं हैं.