टॉयलेट पेपर की घर पर सप्लाई न किए जाने पर रेलवे के एक अधिकारी को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है. रेलवे में अधिकारी अजय सिंह ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अरुणेंद्र कुमार पर आरोप लगाया है कि टॉयलेट पेपर चीफ के घर पर सप्लाई न किए जाने से नाराज होकर मुझे बिना वजह बेफिजूल की ट्रेनिंग में भेज दिया गया.
'द इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक, डायरेक्टर रैंक के अधिकारी अजय सिंह पहले सीनियर डिवीजनल मैकेनिकल इंजीनियर पद पर नियुक्त थे. अजय सिंह ने उत्तर रेलवे के चीफ मैकेनिकल इंजीनियर एके पुथिया को इस बारे में शिकायत कर कहा है कि टॉयलेट पेपर की सप्लाई अधिकारी के घर 1, मोती बाग दिल्ली में न किए जाने की वजह से मुझे परेशान किया जा रहा है'. हालांकि अरुणेंद्र कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि हम घर में टॉयलेट पेपर इस्तेमाल नहीं करते हैं.
अजय सिंह ने आरोप लगाया कि 9 अगस्त को अरुणेंद्र कुमार के घर से फोन कर टॉयलेट पेपर के रोल सप्लाई करने के लिए कहा गया. अजय ने टॉयलेट पेपर की सप्लाई घर पर करने से मना कर दिया और बाद में अरुणेंद्र की पत्नी से मिलने से भी इंकार कर दिया. अजय ने कहा,'रेलवे की ओर से मिली चिट्ठी में उनकी पेशेवर क्षमताओं को कलंकित करने की बात कही गई.'
अरुणेंद्र कुमार ने अजय के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा, 'हम अब टॉयलेट पेपर के इस्तेमाल को कम करने पर विचार कर रहे हैं. ऐसे में इस तरह के आरोप निराधार हैं. अजय सिंह दिल्ली से बाहर तबादले के डर से ऐसी बातें कर रहे हैं. पर हमारा ऐसा कोई प्लान नहीं है.'