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शक्ति मिल गैंगरेप: सजा का ऐलान कल, पीड़िता ने मांगी फांसी नहीं तो हाथ-पैर काट दिए जाएं

मुंबई के शक्ति मिल में महिला फोटोग्राफर के साथ हुए गैंग रेप केस में सजा का एलान मंगलवार को होगा. कोर्ट में आज इस मामले में सुनवाई हुई, जिसके बाद जज ने सजा के एलान की तारीख कल तक के लिए टाल दी. मुंबई के शक्ति मिल में महिला फोटोग्राफर के साथ हुए गैंग रेप केस में आज सजा का एलान होगा. गुरुवार को सेशंस कोर्ट ने आरोपियों को दोषी ठहराया था.

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Symbolic Image
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मुंबई के शक्ति मिल में महिला फोटोग्राफर के साथ हुए गैंग रेप केस में सजा का एलान मंगलवार को होगा. कोर्ट में आज इस मामले में सुनवाई हुई, जिसके बाद जज ने सजा के एलान की तारीख कल तक के लिए टाल दी. गुरुवार को सेशंस कोर्ट ने आरोपियों को दोषी ठहराया था. पीड़िता ने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है. पीड़िता चाहती है कि दोषियों को फांसी की सजा दी जाए. सबकी नजरें कोर्ट पर है कि वो क्‍या सजा सुनाता है? सजा सुनाए जाने से पहले 'आज तक' ने पीड़िता से बात की.

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पीड़िता की आपबीती
'या तो उन्हें फांसी मिले, या उनके हाथ पैर काट देने चाहिए ताकि उनको बहुत तकलीफ हो. जीना मुश्किल हो जाए उनका. जितना हम तडपे हैं, उससे ज्यादा वो तड़पे. इससे उनको समझ आएगा कि उन्होंने कितनी लड़कियों की जिंदगी खराब की है. जो लड़के ऐसा करते हैं, उनको सबक मिलना चाहिए कि अगर उन्होंने ऐसा किया तो उसकी सजा क्या होगी? वो ऐसा कुछ भी करने के पहले दो बार सोचेंगे. हर जगह हर उम्र की औरत के साथ ऐसा हो रहा है. चाहे वो लड़की हो, चाहे बच्ची हो या फिर ज्यादा उम्र की महिला. लड़के जितने अपने आप को सुरक्षित समझते है, लड़कियों को भी उतना ही हक है.

हादसे के बाद कैसे बदल गई जिंदगी और क्या होगा भविष्य?
मैं मेंटली बहुत डिस्टर्ब हूं. मैं अपनी पढ़ाई पूरी करूंगी. मैं कायर की तरह नहीं जी सकती. मैंने कोई गलती नहीं की है. मेरे साथ जो हुआ उसे मैं भुला नहीं सकती. बहुत गन्दी चीज हुई है मेरे साथ. मैं कुछ ऐसा करना चाहती हूं कि हर इंसान को याद रहे कि जब किसी लड़की के साथ ऐसा होता है तो जिंदगी थम जाती है. बहुत तकलीफ होती है, कुछ बता सकते हैं और कुछ तो बता भी नहीं सकते. जीने की उम्मीद खत्‍म हो जाती है. आजकल हर लड़का गन्दी सोच रखता है.

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नाबालिग अपराधियों की क्या हो सजा?
अगर छोटा है तो तीन साल सजा. जो क्राइम करते हैं उनकी उम्र कुछ भी हो, क्राइम के हिसाब से सजा दी जानी चाहिए. सजा ऐसी हो कि रूह कांप जाए.

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