दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेशनल कन्वीनर अरविंद केजरीवाल ने पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री और अकाली दल के हैवीवेट नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के गढ़ अमृतसर के मजीठा में रोड शो करके शक्ति प्रदर्शन किया और दावा किया की आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हिम्मत सिंह शेरगिल बिक्रम सिंह मजीठिया को उनके घर मजीठा में हराकर ही रहेंगे. साथ ही अरविंद केजरीवाल ने बिक्रम सिंह मजीठिया को पंजाब में फैले नशे के लिए जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि आने वाले चुनाव में जनता मजीठिया और अकाली ब्रिगेड को सबक जरूर सिखाएगी. अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में अपनी जीत का दावा एक बार फिर दोहराया.
वहीं पंजाब के चुनावी घमासान में अब तक खामोश बैठी भारतीय जनता पार्टी ने भी चुनावी बिगुल बजा कर अपने चुनावी रथ को मैदान में उतार दिया. केंद्रीय मंत्री और पंजाब भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष विजय सांपला ने पंजाब के फिरोजपुर से चुनावी रथ को हरी झंडी दिखाई और एक चुनावी यात्रा की शुरुआत की. चुनावी यात्रा पंजाब के उन तमाम विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी जहां पर बीजेपी अपने उम्मीदवार उतारने वाली है. भारतीय जनता पार्टी और अकाली दल के बीच हुए गठबंधन के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी को 23 विधानसभा सीटें मिली हैं और ये रथयात्रा इन 23 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी और भारतीय जनता पार्टी अपने पक्ष में माहौल खड़ा करने की कोशिश इस चुनावी यात्रा के माध्यम से करेगी.
पंजाब बीजेपी अध्यक्ष विजय सांपला ने इस चुनावी यात्रा की शुरुआत करते हुए पंजाब में लगातार तीसरी बार अकाली-बीजेपी गठबंधन की जीत का दावा किया और बताया कि चुनावी यात्रा में केंद्र से भी कई मंत्री और बीजेपी के बड़े नेता शामिल होंगे. बीजेपी की ये चुनावी यात्रा 8 जनवरी को पंजाब के अलग-अलग इलाकों से होते हुए अमृतसर में जाकर खत्म होगी जहां पर बीजेपी एक बड़ी रैली करेगी.
वहीं गुरुवार को दिनभर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच ट्विटर वॉर चलती रही. लगातार दोनों ही नेता एक-दूसरे को चुनौती देते रहे. शुरुआत कैप्टन अमरिंदर सिंह ने की और उन्होंने ट्वीट करके केजरीवाल से पूछा कि पंजाब में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के विधायक जरनैल सिंह को क्यों मैदान में उतारा है और वह खुद मैदान में क्यूं नहीं उतरते. इस पर अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कैप्टन को जवाब दिया कि पंजाब के हर चुनाव में कांग्रेस और अकाली दल अपने बड़े नेताओं के खिलाफ हल्के उम्मीदवार उतारते हैं और दोनों ही पार्टी के बड़े नेता आपस में मिले हुए हैं और क्यूं नहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह अकाली दल को चैलेंज करते और हमेशा ही आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को ही चैलेंज करते हैं. पूरे दिन ट्विटर पर इन दोनों नेताओं के बीच यह जंग चलती रही और बीच में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह भी कूदे.
कुल मिलाकर पंजाब मैं जैसे-जैसे चुनावों का वक्त नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे चुनावी सरगर्मियां और नेताओं के बीच जुबानी जंग भी तेज होती जा रही है और हर बार अकाली दल और कांग्रेस के बीच होने वाली पारंपरिक चुनावी जंग को इस बार आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी ने और भी दिलचस्प बना दिया है.