पंजाब और गोवा में विधानसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने अब अपने अगले चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. आम आदमी पार्टी ने मिशन गुजरात शुरू किया है.
5 जनवरी को अरविंद केजरीवाल के घर हुई आम आदमी पार्टी की लोक लेखा समिति (पीएसी) ने फैसला किया है कि इसी साल दिसंबर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर अब ज्यादा जोर दिया जाए. जिससे प्रधानमंत्री मोदी को उनके गढ़ में घुसकर चुनौती दी जा सके. हालांकि पंजाब में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में अभी वक्त है. लेकिन पंजाब में जीत की उम्मीद से आश्वस्त आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के नेताओं को मिशन गुजरात में जुटने का आदेश दिया है.
पार्टी के नेता कुमार विश्वास अब गुजरात की कमान संभालेंगे. पीएसी ने तय किया है कि जल्द से जल्द गुजरात की सभी 182 सीटों पर बूथ लेवल तक कार्यकर्ता और संगठन का काम पूरा किया जाए. गुजरात में आप के इंचार्ज और दिल्ली के मटियाला से विधायक गुलाबी सिंह पिछले एक साल से गुजरात में डेरा डाले हुए हैं. गुलाबी सिंह फिलहाल वहां संगठन का काम देख रहे हैं. 30 जनवरी से ही आम आदमी पार्टी ने गुजरात में घर घर जाकर संगठन और समर्थन जुटाने की मुहिम शुरू कर दी है.
वहीं आप की पीएसी ने पार्टी के बड़े नेता कुमार विश्वास को गुजरात में ध्यान देने के लिए कहा है. विश्वास ने कहा कि पार्टी ने उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी है वो उसे निभाएंगे और इसी महीने के आखिर से मिशन गुजरात के लिए जुट जाएंगे. पार्टी के सूत्रों के मुताबित गुजरात में कई मौजूदा विधायत और दूसरे पार्टी के नेता भी पार्टी संपर्क में हैं. वहीं आम आदमी पार्टी का कहना है कि गुजरात में विपक्ष बेहद कमजोर है और ऐसे में मौजूदा सरकार के खिलाफ नाराजगी के बाद नई पार्टी के लिए काफी उम्मीद है. गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी का गढ़ है. जहां से वो 3 बार मुख्यमंत्री रहे. ऐसे में अरविंद केजरीवाल अब मोदी को उन्हीं के गढ़ में चुनौती देंगे.