पंजाब के शाहकोट विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के हरदेव सिंह लाडी ने बाजी मार ली है. कांग्रेस के हरदेव सिंह लाडी ने अकाली दल के नायब सिंह कोहाड़ को 38802 वोटों से हरा दिया है.
कांग्रेस के हरदेव सिंह लाडी के पक्ष में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जमकर प्रचार किया था. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसे पंजाब सरकार की जीत बताया है और राज्य सरकार के काम पर जनता द्वारा भरोसा जताने के लिए शुक्रिया कहा है. सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस जीत के बाद आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधा.
#Punjab: Visuals from a counting centre in Shahkot, counting of votes for the Assembly by-poll has begun. pic.twitter.com/gsw3i8Ds8O
— ANI (@ANI) May 31, 2018
इससे पहले उपचुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ था. राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी डा. एम. करुणा राजू के अनुसार कुल 76.60 फीसदी मतदान हुआ था. इस उपचुनाव में मतदान के दौरान 13 VVPAT मशीनें, एक कंट्रोल यूनिट और 2 बैलेट यूनिटों में तकनीकी खराबी आई थी, जिन्हें तुरंत बदल दिया गया था.
#Punjab: Counting of votes for Shahkot Assembly constituency to start shortly, visuals from a counting centre. pic.twitter.com/y1afkKWBzA
— ANI (@ANI) May 31, 2018
इस सीट पर कांग्रेस के हरदेव सिंह लाडी, अकाली दल के नायब सिंह कोहाड़ और आम आदमी पार्टी के रतन सिंह कक्कड़ कलां के बीच कांटे की लड़ाई थी. कुल 12 उम्मीदवार मैदान में डटे हुए थे. अकाली दल के विधायक अजीत सिंह कोहाड़ का निधन हो जाने के बाद यहां उपचुनाव हो रहा था.
पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 78.60 फीसदी मतदान हुआ था. अजीत सिंह कोहाड़ को उस चुनाव में जीत हासिल हुई थी. अजीत सिंह पांच बार से यहां से जीतते आ रहे थे.
बेटे को बनाया उम्मीदवार
अकाली दल ने उनके बेटे नायब सिंह कोहाड़ को उम्मीदवार बनाया था. उन्हें यहां सहानुभूति वोट मिलने की भी उम्मीद थी. वहीं कांग्रेस ने हरदेव सिंह लाडी शेरोवालिया को मैदान में उतारा था. हालांकि अंत में जीत हरदेव सिंह लाडी के हिस्से आई.
मतदान के दौरान पुलिस कार्रवाई
सोमवार को हुए मतदान में गांव ऊमरे बिला में एक अकाली नेता पर कांग्रेसी वर्करों द्वारा हमला किए जाने का आरोप लगा था. आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. वहीं इस सीट पर पोलिंग स्टेशन नंबर 90-91 में पिस्तौल समेत दाखिल होने के आरोप में भूपिंदर सिंह लाली के खिलाफ लोक प्रतिनिधि एक्ट 1951 और आईपीसी 188 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था.