विक्टोरिया में नस्लीय हमलों में आए कुछ समय के विराम के बाद 21 वर्षीय भारतीय के ऐसे हमले का निशाना बनने की खबर है. इस युवक पर हमले से पहले पूछा गया था कि क्या वह भारतीय है.
स्थानीय समाचार पत्र ‘‘डैन्डेनांग लीडर’’ की खबर के अनुसार, पुलिस ने बताया कि सुबह करीब छह बज कर 40 मिनट पर एक युवक सैन्डाउन पार्क रेलवे स्टेशन की ओर जा रहा था. मोटरसाइकिल पर सवार चार किशोर उसके पास आए जिनमें से तीन के पास बेसबॉल के बल्ले थे.
पुलिस अधिकारी जो हेडन के अनुसार, एक किशोर ने युवक से पूछा कि क्या वह भारतीय है. इसके बाद उस पर पीछे से वार किया गया और फिर उसकी पिटाई की गई. वह युवक गिर गया.
हेडन ने बताया कि समीप से गुजर रहे दो व्यक्तियों ने घायल युवक को उठा कर उसके घर पहुंचाया.
युवक ने पुलिस को बताया कि हमलावर 15-16 साल की उम्र के लग रहे थे.
‘‘फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन ऑफ विक्टोरिया’’ (एफआईएवी) के अध्यक्ष वासन श्रीनिवास ने बताया कि पूर्वी उपनगर में हमले की खबर सुन कर उन्हें आश्चर्य हुआ क्योंकि यह इलाका बहुसांस्कृतिक माना जाता है.
श्रीनिवासन के हवाले से अखबार में कहा गया है, ‘युवाओं से मेरा अनुरोध है कि एक दूसरे का सम्मान करना और शांति तथा सद्भाव के साथ रहना सीखें. हम भला और क्या कह सकते हैं.’
अखबार में हेडन के हवाले से कहा गया है कि मंगलवार की रात एक अन्य भारतीय पर हमला हुआ था . लेकिन उसने यह नहीं बताया कि क्या यह हमला नस्लीय कारणों से हुआ था.
स्प्रिंगवेल के मैनकर एव में हुई इस घटना में 39 वर्षीय एक पुरूष पैदल अपने घर जा रहा था. उस पर पीछे से हमला किया गया और जब वह गिर पड़ा तो उसकी पिटाई की गई.
पुलिस ने बताया कि कई प्रत्यक्षदर्शी थे लेकिन हमलावर के बारे में स्पष्ट ब्यौरा नहीं मिल पाया.
वर्ष 2006 के बाद से ग्रेटर डैन्डेनांग में भारतीय आबादी बढ़ कर करीब 1200 हो गई है. ग्रेटर डैन्डेनोंग में रहने वालों में तीन फीसदी लोग भारतीय हैं.