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लोकसभा में राफेल:सीटें बदलीं, उड़े कागज के जहाज, दो बार बंद करना पड़ा माइक

लोकसभा में राफेल डील पर बहस के दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सवाले का बिंदुवार जवाब दिया. साथ ही विपक्ष की जेपीसी की मांग भी ठुकरा दी.

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लोकसभा में हंगामा (फाइल फोटो-पीटीआई)
लोकसभा में हंगामा (फाइल फोटो-पीटीआई)

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फ्रांस के साथ हुए राफेल लाड़कू विमान सौदे पर विवाद को लेकर लोकसभा मे बुधवार का दिन काफी हंगामेदार रहा. जब कई बार माइक बंद करना पड़ा, सीटों की अदला बदली देखने को मिली, कागज के जहाज उड़ाए गए और हूटिंग व नारेबाजी हुई. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से जब बहस की शुरुआत हुई तब एआईएडीएमके के सांसद कावेरी के मामले पर हंगामा करने लगे. तब राहुल गांधी को स्पीकर से आग्रह करना पड़ा कि सदन को ऑडर में लाया जाए.

बहस की शुरूआत होते ही एआईएडीएमके के सांसद कावेरी मामले को लेकर हाथों में प्लेकार्ड लिए हंगामा करने लगे, उन्होंने पेपर भी फाड़े. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि एआईएडीएमके के सांसद प्रधानमंत्री को बचाने के लिए हंगामा कर रहे हैं. राहुल ने स्पीकर से पूछा कि क्या वो दूसरी सीट पर जाकर बोल सकते हैं? इसके बाद वे एनके प्रेमचंद्रन और राजेश रंजन के बीच वाली सीट पर पहुंचे और अपनी बात रखी.

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जब राहुल गांधी ने बहस के दौरान गोवा के मंत्री विश्वजीत राने का कथित ऑडियो सुनाने की कोशिश की तब पांच मिनट के लिए माइक बंद कर दिया गया. इसके बाद राहुल के भाषण के दौरान एक बार फिर माइक बंद हुआ और पांच मिनट के लिए सदन स्थगित कर दिया गया.  

कमोवेश ऐसी ही स्तिथि तब दिखी जब केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बोलना शुरू किया और बोफोर्स, नेशनल हेराल्ड केस का जिक्र किया. जिसके बाद कांग्रेस के सांसद वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे. इसके बाद मोर्चा संभाला कांग्रेस के युवा सांसदों ने, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुनील जाखड़ और गुरजीत सिंह औजला ने कागज के जहाज बनाए. जबकि सांसद राजीव साटव, रंजीत रंजन और सुष्मिता देव ने उनके द्वारा बनाए गए कागज के जहाजों को सदन में उड़ाया. इस बीच एक अन्य युवा सांसद गौरव गोगोई ने अन्य सांसदों के साथ नारेबाजी की कमान संभाली.

इंडिया टुडे से बातचीत में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, 'हमने वेल में आकर इसलिए विरोध प्रदर्शन किया क्योंकि वित्त मंत्री अरुण जेटली मामले को घुमाने के लिए अन्य मुद्दे का जिक्र करने लगे और अंत में विपक्ष की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की माग को ठुकरा दिया.' अंतत: कांग्रेस सांसदों द्वारा चौकीदार चोर है के नारों के बीच स्पीकर को लोकसभा की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी.

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